टांडा अस्पताल में नई सीटी स्कैन मशीन लगने से मरीजों को सीटी स्कैन का खर्च भी कम हुआ है। सरकारी और निजी अस्पतालों में सीटी स्कैन की दरों में जमीन-आसमान का फर्क है। टांडा अस्पताल में पेट का सीटी स्कैन 2500 रुपये में हो रहा है।कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए टांडा अस्पताल को नई सीटी स्कैन मशीन मिल गई। इससे पहले लंबे समय से प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में मरीजों को सीटी स्कैन के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कोरोना काल में इसी वर्ष जनवरी महीने में टांडा अस्पताल में पांच करोड़ रुपये की लागत से नई मशीन स्थापित की गई थी।
टांडा अस्पताल में नई सीटी स्कैन मशीन लगने से मरीजों को सीटी स्कैन का खर्च भी कम हुआ है। सरकारी और निजी अस्पतालों में सीटी स्कैन की दरों में जमीन-आसमान का फर्क है। टांडा अस्पताल में जहां पेट का सीटी स्कैन 2500 रुपये में हो रहा है, वहीं, जिला कांगड़ा के ही एक निजी अस्पताल में पेट का सीटी स्कैन करने के 6000 हजार रुपये लिए जाते हैं।
सिर के सीटी स्कैन के लिए जहां टांडा अस्पताल में 800 रुपये लिए जाते हैं, वहीं निजी अस्पताल में 2500 रुपये वसूले जा रहे हैं। इसके अलावा हिमकेयर कार्ड और आयुष्मान कार्डधारक के अस्पताल के दाखिल होने की स्थिति में सीटी स्कैन मुफ्त में किया जाता है। बीपीएल कार्डधारकों को भी टांडा अस्पताल में सीटी स्कैन की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है। टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. भानू अवस्थी ने बताया कि नई मशीन लगने के बाद अस्पताल में हर दिन करीब 40 मरीजों का सीटी स्कैन किया जा रहा है। इससे मरीजों को काफी सुविधा हो रही है।