चीन में कोरोना वायरस का संकट लौट आया है. वहां कोविड-19 के मरीजों की संख्या हर दिन के साथ बढ़ रही है. मंगलवार को चीन में 28 हजार से ज्यादा नए संक्रमितों की पुष्टि हुई थी. ये आंकड़ा बुधवार को 31 हजार के पार चला गया. समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि महामारी की शुरुआत से अब तक चीन में एक दिन में दर्ज हुए कोरोना मामलों की ये सबसे बड़ी संख्या है. ऐसी स्थिति तब नहीं थी जब चीन में पहली बार नए कोरोना वायरस के पहले वैरिएंट SARS-Cov-2 ने दस्तक दी थी. वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई इलाकों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. लोगों के घूमने-फिरने पर पाबंदी हो गई है. बहुत बड़ी संख्या में टेस्टिंग का काम चल रहा है. इस सबके बावजूद हालात लगातार बिगड़ रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के मुताबिक चीन के जिन बड़े और महत्वपूर्ण इलाकों में कोविड-19 के केस बढ़े हैं उनमें राजधानी बीजिंग के अलावा गुआंगझो और चोन्गकिंग शामिल हैं. गुआंगझो दक्षिणी चीन का एक बड़ा औद्योगिक केंद्र माना जाता है. वहीं चोन्गकिंग दक्षिण-पश्चिम चीन का एक मुख्य महानगर है. फाइनैंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा संकट का असर चीन की अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है. वायरल को कंट्रोल करने के प्रयासों के चलते चीन की ग्लोबल सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. पूरी दुनिया में चीन के सस्ते उत्पादों की डिमांड रहती है. वो दुनिया का सबसे निर्यातक देश है. जाहिर है उसकी सप्लाई चेन रुकने का मतलब है वैश्विक व्यापार का संकट में आ जाना।अखबार के मुताबिक चीनी सरकार के अधिकारियों ने चायोयांग जिले के ज्यादातर गैर-जरूरी काम-धंधे बंद करवा दिए हैं. इस इलाके में बड़ी संख्या में रेस्टोरेंट और मनोरंजन की जगहें हैं. उन सब पर ताला लग गया है. कामकाजी लोगों को वर्क फ्रॉम होम का आदेश है. जानकारों का कहना है कि कोरोना के चलते लगाई गई पाबंदियों की वजह से वो क्षेत्र प्रभावित हुए हैं जिन पर चीन की जीडीपी का एक पांचवां हिस्सा निर्भर है।