देश में 250 करोड़ रुपये का स्कॉलरशिप घोटाला सामने आया है. एक नहीं, कई राज्यों में पिछले करीब 5 साल से शिक्षक संस्थान सरकार और बच्चों को लूटने का खेल खेले जा रहे थे।
अब CBI की जांच में इनका असल लालची चेहरा सामने आया है. इस Scholarship Scam में सीबीआई जांच के घेरे में 22 शैक्षणिक संस्थान है. अभी तक हुए इन्वेस्टिगेशन में इनमें से 13 में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं. शिक्षा देने के नाम पर गरीब बच्चों का हक हड़पने वाले इन संस्थानों ने किस तरह अपना जाल बिछा रखा था।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि अब तक 13 संस्थानों की जांच पूरी हुई है. जिसमें पता चला कि इन्होंने करीब 2 हजार काल्पनिक छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति ली. बाकी के संस्थानों के खातों और अन्य दस्तावेजों की जांच होनी अभी बाकी है।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई द्वारा हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ स्थित इन संस्थानों के दस्तावेज, खातों और कंप्यूटर से हासिल डेटा और अन्य संबंधित सामग्री की जांच की गई. पता चला है कि स्कॉलरशिप फंड में हेराफेरी की गई. छात्रवृत्ति उन छात्रों के नाम पर ली गई जिनका कोई अस्तित्व नहीं था या तो वे संस्थानों को छोड़ चुके थे।
सूत्रों ने बताया कि जांच से यह बात सामने आई कि कुछ संस्थानों ने शिक्षा विभाग को गुमराह करने के लिए झूठी संबद्धता दिखाने के लिए जाली लेटरहेड का उपयोग किया. जांच के दौरान ये संस्थान न तो अपना, न ही छात्रों का फिजिकल वेरिफिकेशन करा पाए।
दूसरी गड़बड़ियों में संस्थानों द्वारा छात्रों के आधार नंबर नहीं देना, कई छात्रों की छात्रवृत्ति निकालने के लिए एक ही आधार खाते का उपयोग जिनका कोई अस्तित्व नहीं था और राष्ट्रीयकृत बैंकों में फर्जी खाते खोलना था।