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कृषि मंत्री ने फतेहपुर के बाढ़ग्रस्त मंड क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का लिया जायजा! कहा, अवैध क्रेशरों के खनन से हुआ नुकसान

कृषि एवम पशुपालन मंत्री प्रो0 चन्द्र कुमार ने आज वीरवार को फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित मण्ड क्षेत्र के तहत रियाली, मंड बहादुर तथा बेल ठाकरां का दौरा कर यहां पर  बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस मौके पर फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया, एसडीएम विश्रुत भारती,   डीएफओ अमित शर्मा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे।

    कृषि मंत्री ने कहा कि कुल्लू  तथा मनाली क्षेत्र में गत दिनों व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ से जलस्तर बढ़ने के कारण कांगड़ा ज़िला के मंड क्षेत्र के तहत इंदौरा तथा फतेहपुर में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। जिससे उनके घरों,उपजाऊ भूमि तथा फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिसके नुकसान का आज प्रशासन के अधिकारियों के साथ उन्होंने जायजा लिया है तथा शीघ्र ही इसका आंकलन तैयार कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश के मुख्यमंत्री को सौंप दी जाएगी। उन्होंने इस मौके पर प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी तकलीफ को सुना तथा प्रदेश सरकार की तरफ से  हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया।उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने रिलीफ मैन्युअल में संशोधन कर बाढ़ से हुए नुकसान की मुआवजा राशि को भी कई गुणा बढ़ा दिया है। इसके अतिरिक्त  सभी जिलों में राहत व पुनर्वास कार्यों की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय राहत एवं पुनर्वास समितियों का गठन किया गया है ताकि सम्बंधित क्षेत्रों में जाकर बरसात से हुए नुकसान का जायजा लेकर सही आकलन सुनिश्चित होने के साथ प्रभावित परिवारों को तुरन्त राहत प्रदान की जा सके।

     कृषि मंत्री ने कहा कि नदी के तटों की स्थिति बिगड़ने की वजह से पानी का बहाव गांव तथा खेतों की तरफ मुड़ा है। जिससे इस क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नदी का चरणबद्ध  तटीकरण किया जाएगा। जिसके लिए स्थान भी चिह्नित कर लिए गए हैं।

   कृषि मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में बाढ़ से होने वाले नुकसान के पीछे अवैध खनन भी एक मुख्य कारण रहा है। उन्होंने कहा कि  इस क्षेत्र में  क्रशर लगाने के लिए सम्बंधित पंचायतों द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थानीय लोग अपने वित्तीय हितों के लिए अपनी निजी भूमि पर खनन करवा रहे हैं जिससे बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल स्तर कम होने पर इस क्षेत्र का ड्रोन सर्वे करवाया जाएगा ताकि खनन के लिए आवंटित क्षेत्र की सही जानकारी मिलने के साथ अवैध खनन पर अंकुश लगाया जा सके।

   उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जो क्रशर चल रहे हैं अगर उनमें खनन पॉलिसी के तहत निर्धारित नियमों में कोई अनियमितता पाई जाएगी तो उनके विरुद्ध सख्त कारवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अवैध खनन की गतिविधियों को रोकने के लिए कारगर एवम प्रभावी कदम उठा रही है। 

     कृषि मंत्री ने इस दौरान रियाली तथा रे में लोगों को संबोधित किया तथा जनसमस्याओं को सुना । उन्होंने अधिकतर समस्यों का मौके पर ही निपटारा कर दिया। उन्होंने उपमंडल में बरसात से हुए नुकसान का शीघ्र आकलन तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश भी दिए।

   कृषि मंत्री तथा विधायक भवानी पठानिया ने रे स्थित वन विश्राम गृह परिसर  में अर्जुन,आंबला तथा जामुन के पौधे भी लगाए। 

     इस मौके पर विधायक भवानी पठानिया ने कहा कि गत दिनों प्रदेश में घटित जल प्रलय के कारण व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ के कारण मंड क्षेत्र में धान, मक्की तथा सब्ज़ियों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे जहां कई लोग बेघर हुए हैं वहीं उनकी कीमती उपजाऊ भूमि भी पानी में बह गई है। इसके अतिरिक्त पुल भी टूट चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्र में  भविष्य में व्यास नदी से होने वाले नुकसान के खतरे को देखते हुए पहले चरण में आठ स्थानों को चिन्हित कर तटीकरण कार्य को प्राथमिकता पर करने के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है। इसके अतिरिक्त जिन लोगों का नुकसान हुआ है उनके लिए स्थाई पुनर्वास व मुआवजा देने के लिए उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है। 

   इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक राहुल कटोच, बीडीओ सुभाष अत्री, कांग्रेस प्रवक्ता संसार सिंह संसारी, पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मनमोहन सिंह, लोक निर्माण, जल शक्ति , बिजली, वन, कृषि  विभाग के अधिकारी  भी उपस्थित थे।

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