रैहन, दुर्गेश कटोच (मोंटी)
हौरी देवी को-ऑपरेटिव एग्रीकल्चर सर्विस सोसाइटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स / मैनेजमेंट कमेटी चुनाव की प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठ खड़े हुए हैं। सुत्रों के हवाले खबर मिलने पर पंजाब केसरी की टीम ने वुधवार को हौरि देवी की सोसाइटी के कार्यालय का निरीक्षण किया, जो वही दिन था जब अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होना तय था।
निरीक्षण के दौरान 8 अक्तूबर 11.42 बजे कार्यालय में ताले लगे हुए पाए गए। सचिव विवेक से फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि वे दोपहर 2 बजे तक कार्यालय आएंगे। बाद में जब सचिव कार्यालय पहुंचे और फाइनल वोटर सूची के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को अभी हटाना है। जबकि चुनाव नियमों के अनुसार यह निर्णय 8 अक्टूबर तक यानी अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन से पहले ही होना चाहिए था।
सचिव ने कहा कि वोटर सूची 3 बजे तक पंजाब केसरी के साथ व्हाट्स एप्प के माध्यम से साझा कर दी जाएगी। हालांकि, 3 बजे के बाद भी मतदान सूची को साझा नहीं किया गया। जब टीम ने फिर से सूची साझा करने के लिए अनुरोध किया, तो सचिव ने इसे उच्च अधिकारियों के निर्देश का हवाला देते हुए साझा करने से मना कर दिया।
सोसाइटी खाताधारकों ने आरोप लगाए हैं कि सचिव विवेक से जब लिस्ट मांगी गई या चुनाव प्रक्रिया के बारे पूछा गया तो वह टालमटोल कर रहे हैं तथा स्पष्ट जवाब नहीं देते हैं।
इससे स्पष्ट होता है कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता का पालन नहीं किया जा रहा है, जो संभावित विवाद और अविश्वास की स्थिति पैदा कर सकता है।
विशेष बिंदु:
* अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन: 08 अक्टूबर 2025
* जबकि 08 अक्टूबर 2025 को कार्यालय निरीक्षण पर ताले लगे हुए थे
* सचिव ने कहा कि कुछ नाम अभी हटाए जाने हैं
* उच्च अधिकारियों के निर्देश के कारण वोटर सूची साझा नहीं की गई। हालांकि उच्च अधिकरियों से जब बात हुई तो उन्होंने इस बाबत को स्पष्टीकरण देने से इंकार कर दिया।