Hot Widget

Type Here to Get Search Results !

HPU शिमला की वेबसाइट पाकिस्तानी हैकर्स ने की हैक, देशविरोधी संदेश के साथ लाखों छात्रों के रिकॉर्ड पर सेंध

शिमला, 7 जुलाई 2025:

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) की आधिकारिक वेबसाइट आज सुबह हैक कर ली गई। वेबसाइट पर 'Pakistan Zindabad' जैसे देशविरोधी नारे, पाकिस्तान के समर्थन में अपशब्द और भारत के खिलाफ आपत्तिजनक संदेश प्रदर्शित किए गए। वेबसाइट को कथित रूप से 'HOAX1337' नामक पाकिस्तानी हैकर ग्रुप ने हैक किया है।

इस समय विश्वविद्यालय में काउंसलिंग और प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, जिससे हज़ारों छात्र वेबसाइट के माध्यम से जुड़े हुए हैं। वेबसाइट हैक होने से छात्रों और अभिभावकों में भारी चिंता और गुस्सा देखा जा रहा है।

वेबसाइट पर पोस्ट किए गए संदेशों में अभद्र भाषा, भारत की सैन्य क्षमताओं का उपहास और धमकी भरे शब्द शामिल थे। एक तस्वीर में भारतीय तिरंगे को जलाते हुए भी दिखाया गया, जिससे यह घटना न केवल साइबर सुरक्षा का उल्लंघन है, बल्कि एक गंभीर राष्ट्रविरोधी कृत्य भी बन जाती है।


विश्वविद्यालय के दावे फेल, छात्र डेटा असुरक्षित

विश्वविद्यालय प्रशासन लंबे समय से वेबसाइट की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करता रहा है, लेकिन यह घटना इन सभी दावों की पोल खोलती है। माना जा रहा है कि विश्वविद्यालय के छात्र डेटा तक भी इन हैकरों की पहुँच हो सकती है, जिससे उनकी निजी जानकारी जैसे नाम, अंक, आधार नंबर और अन्य विवरण खतरे में हैं।

छात्रों में भारी आक्रोश है और कई छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से जवाब माँगा है। छात्रों ने तत्काल प्रभाव से वेबसाइट को सुरक्षित करने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की माँग की है।


प्रशासन का बयान

HPU प्रशासन ने फिलहाल वेबसाइट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और कहा है कि साइबर सेल और राष्ट्रीय साइबर एजेंसियों को सूचना दे दी गई है। एक तकनीकी टीम को समस्या के समाधान और वेबसाइट को पुनर्स्थापित करने का कार्य सौंपा गया है।


साइबर विशेषज्ञों की चेतावनी

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह केवल एक 'डेमो' हो सकता है और आने वाले समय में शिक्षा संस्थानों को लक्ष्य बनाया जा सकता है। उन्होंने विश्वविद्यालयों को बेहतर साइबर सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है।


छात्रों की माँग

छात्रों ने निम्न माँगें रखीं हैं:

  • विश्वविद्यालय द्वारा तत्काल साइबर ऑडिट कराया जाए।

  • छात्रों का डेटा यदि लीक हुआ है तो इसकी सूचना सार्वजनिक की जाए।

  • प्रवेश प्रक्रिया से प्रभावित छात्रों को वैकल्पिक समाधान दिया जाए।

  • दोषियों को ट्रेस कर उन पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।


📢 यह घटना न केवल एक तकनीकी चूक है बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा मसला बन चुकी है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad