शिमला (Shimla) के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (Indira Gandhi Medical College) से मरीजों और आम जनता के लिए एचआरटीसी ने पीजीआई चंडीगढ़ के लिए सीधी सेवा शुरू की है. आईजीएमसी शिमला से हर रोज अब चण्डीगढ़ पीजीआई (Chandigarh PGI) के लिए 25 सीटर टैंपो ट्रेवलर जाएगी. ये टैंपो ट्रेवलर सुबह 5.30 बजे आईजीएमसी शिमला से प्रस्थान कर सुबह 9 बजे पीजीआई चण्डीगढ़ पहुंचेगी. ये ट्रेवलर शाम 4 बजे चण्डीगढ़ पीजीआई से वापस आएगी और शाम 7.30 बजे आईजीएमसी शिमला पहुंचेगी. एक तरफ का किराया 298 रुपये लगेगा।मंगलवार को परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने शिमला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर बिक्रम सिंह ने कहा कि इस टैंपो ट्रेवलर में साधारण बस का किराया निर्धारित किया गया है, जो 2.19 प्रति किलोमीटर लिया जाएगा, जिसका एक तरफ का कुल 298 रुपये बनता है. उन्होंने कहा कि इस टैंपो ट्रेवलर से शिमला से पीजीआई चण्डीगढ़ जाने वाले मरीजों के साथ-साथ आम जनता को भी आने-जाने की सुविधा मिलेगी।
पार्किंग का निर्माण किया जाएगा मंगलवार को एचआरटीसी निदेशक मंडल की बैठक हुई. परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश में जिन भी स्थानों पर बस स्टेंड या पार्किंग बनाने के लिए सही जगह उपलब्ध होगी, उन स्थानों पर स्थानीय पंचायत, नगर पंचायत या अन्य यूएलबी और किसी की निजी भूमि मालिकों से बात की जाएगी और रेवन्यू बेसिस पर बस स्टेंड या पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।अन्य कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं मंत्री ने ये भी बताया कि डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए फरवरी में विभाग ने रिटेल ऑउटलेट से डीजल खरीदने का फैसला लिया था जोकि अब फायदेमंद साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि रिटेल ऑउटलेट से डीजल खरीद से एचआरटीसी को हर रोज 33 लाख रुपये की बचत हो रही है. उन्होंने कहा कि इससे पहले जहां से बल्क में डीजल खरीदा जाता था, उसके मुकाबले रिटेल ऑउटलेट से प्रति लीटर 22 रुपए सस्ता डीजल मिल रहा है. इसके लिए परिवहन मंत्री ने अधिकारियों की पीठ भी थपथपाई. इसके अलावा निदेशक मंडल ने बचे हुए सभी योग्य पीस मील वर्कर को अप्रैल माह तक अनुबंध पर लाने का फैसला किया. मंत्री ने बताया कि वर्तमान में 300 ड्राइवरों की भर्ती प्रकिया चल रही है जो जल्द ही पूरी की जाएगी. इसके अलावा भी अन्य कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं।
200 नई बसों की खरीद के लिए कर्ज लिया जाएगा
बिक्रम सिंह ने ये भी बताया कि एचआरटीसी की माली हालत खराब है. एचआरटीसी करीब एक हजार करोड़ के घाटे में चल रहा है जिसका मुख्य कारण ये है कि 90 फीसदी रूट ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों के हैं. इन स्थानों पर सेवा देना महत्वपूर्ण है न कि फायदा या नुकसान देखना. उन्होंने ये भी कहा कि करीब 200 नई बसों की खरीद के लिए कर्ज लिया जाएगा।