हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला एक बार फिर सुर्खियों में है तथा इसी के साथ नवनियुक्त राज्यसभा सासंद और पूर्व में रहे वाईस चांसलर सिकन्दर कुमार का नाम शामिल है इस बार फिर सिकन्दर कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं तथा तथाकथित घोटालों की लंबी लिस्ट राज्यपाल को शिकायत के माध्यम से भेजी है आपको बता दें कि ये आरोप हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से रिटायर्ड प्रोफेसर RD धीमान द्वारा लगाए गए हैं और उन्होंने दावा किया है कि प्रोफेसर सिकन्दर कुमार के विश्वविद्यालय में महिला अध्यापकों के साथ शारीरिक संबध भी रहे हैं RD धीमान ने ये तक कहा है कि मैं भी दलित कम्युनिटी का रहा हूँ और भाजपा आरएसएस सपोर्टर रहा हूँ परन्तु सिकन्दर कुमार जैसा भृष्ट आदमी आज तक नही देखा है।
रिटायर्ड प्रोफेसर ने बहुत से आरोप ऐसे लगाए हैं जिसमें उन्होंने तथ्यों का हवाला दिया है जिसमें कैंपस में Wifi लगने से लेकर प्रोफेसर भर्ती तक करोड़ों रुपये रिश्वत खाने के आरोप लगाए हैं शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी विधानसभा से बहुत सी भर्तियां हुई है तथा उनके रिश्तेदारी में बहुत से लोग प्रोफेसर भर्ती में शामिल थे और ये खुद इंटरव्यू में थे शिकायतकर्ता ने विभागों के नाम लिखते हुए कहा कि बहुत से विभाग ऐसे थे यहां प्रोफेसरों की जरूरत नही थी परन्तु चहेतों को भरने के लिए भर्तियां की गई। दूसरी ओर ये भी आरोप शिकायतकर्ता ने लगाए हैं कि सिकन्दर कुमार के शारीरिक संबध भी रहे हैं।अब देखना ये होगा कि पूर्व वाइस चांसलर सिकन्दर कुमार की ओर से क्या बयान आता है।
ये चिट्ठी शिकायतकर्ता ने हिमाचल के राज्यपाल महोदय को भेजी है जिसमें ये आरोप लगाए हैं अब सच्चाई क्या है ये तो वक्त बताएगा परन्तु ऐसा भी हो सकता है कि ये चिट्टी किसी शरारती तत्व ने वायरल की हो और पूर्व VC सिकन्दर कुमार को बदनाम करने की साजिश हो क्योंकि इस चिट्ठी पर जिस प्रोफेसर का जिक्र है हो सकता है उस प्रोफेसर ने ये चिट्टी न लिखी हो।
हालांकि राज्यसभा सासंद सिकन्दर कुमार ने हिमाचल पुलिस में शिकायत की है कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हें बदनाम किया जा रहा है और कहा है कि तमाम पोस्ट आफिस के CCTV चेक किये जाएं ताकि पता चल सके कि लैटर पोस्ट करने वाला व्यक्ति कौन है।