Ashish Sharma (Dehra)
राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय ढलियारा में ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन ढलियारा का चुनाव काफी देर हंगामे के बाद संपन्न हुआ। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए तीन नाम सामने आए। महिंदर सिंह राणा को 57 वोट पड़े उन्हें अध्यक्ष चुन लिया गया। ओएसए के 67 सदस्यों ने भाग लिया व 57 ने ही अपने मतदान का प्रयोग किया। अध्यक्ष पद के दो दावेदार सतीश व जसवीर अल्पमत के चलते पहले ही चले गए। इसके अलावा बाकी पदों पर सर्वसम्मति से चुनाव संपन्न हुए हैं। उपाध्यक्ष पद पर अविनाश सेठी, जगदीश ठाकुर, राजन कालिया, सुमित मनकोटिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर किशोर राणा व सुरिंदर सिंह, सह सचिव पद पर कुलदीप संदल, विनोद कुमार, साक्षी व प्रेम पाल शर्मा, सचिव पद पर प्रोफेसर सुशील कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष अमित कौशल (ऑफिस सुपरिटेंडेंट), सलाहकार शशि शर्मा व मुख्य सलाहकार सतीश ठाकुर, कानूनी सलाहकार अशोक कुमार धीमान, प्रेस सचिव राज मनकोटिया, सयोंजक प्रोफेसर कर्ण सिंह पठानिया, कार्यकारिणी सदस्य राजीव कुमार शर्मा, डॉ संजय मनकोटिया, रवि शर्मा, ब्रजेश्वर साकी, प्रोफेसर वंदना राणा, प्रोफेसर शर्मिता पठानिया, प्रोफेसर बृजेश्वर रानौत व ललित शर्मा बनाए गए हैं।
ओएसए संयोजक कर्ण सिंह पठानिया ने बताया कि प्रिंसिपल प्रमोद पटियाल की अध्यक्षता में चुनाव हुए। जिसमें ओएसए के कुल 67 सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। अध्यक्ष पद के लिए तीन नाम आए। जिनमें महिंदर सिंह राणा, सतीश ठाकुर व जसवीर गुलेरिया ने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा। कुल 57 वोट महिंदर सिंह राणा के पक्ष में पड़े व उन्हें अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बाकी की कार्यकारिणी का गठन सर्वसम्मति से किया गया है।
नई जिम्मेदारी के लिए तैयार, कॉलेज के उत्थान के लिए करूंगा काम
ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन के नवनियुक्त अध्यक्ष महिंदर सिंह राणा ने कहा कि उन्हें नई जिम्मेदारी मिली है। जिसके लिए वह सभी का धन्यवाद करते हैं। राणा ने कहा कि कॉलेज ऊंचाइयों की ओर अग्रसर हो इसके लिए वह दिन रात मेहनत करेंगे। राणा ने कहा कि ओएसए की पूर्व कार्यकारिणी ने भी ढलियारा उत्कृष्ट कॉलेज को नए पंख लगाए हैं। जिसके लिए सभी के मार्गदर्शन से काम किया जाएगा।
गोल होना चाहिए टीम जीतनी चाहिए, चाहे गोल कोई भी करे : सतीश ठाकुर
ओएसए के पूर्व अध्यक्ष सतीश ठाकुर ने कहा की हमने कॉलेज के उत्थान के लिए दिन रात मेहनत की है। सतीश ठाकुर ने कहा कि हमें मतभेद से बचना है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गोल होना चाहिए टीम जीतनी चाहिए, चाहे गोल कोई भी करे। मतलब काम होना चाहिए नाम के पीछे नहीं भागना चाहिए। आज ढलियारा कॉलेज में एमबीए, एमएससी फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोटेक, एमकॉम, समाज शास्त्र, खेल के मैदान के लिए, स्टॉफ क्वार्टर के लिए धनराशि उपलब्ध करवाना व अकैडमिक ब्लॉक का काम शुरू करवाना मुख्य उपलब्धियां हैं।