Anil Sharma (Fatehpur)
कानूनगो सर्कल राजा का तालाब में मई माह में उपतहसील का शुभारंभ हुआ था।उपतहसील का रिकॉर्ड आना भी शुरू हो चुका है। अष्टाम वेंडर की प्रक्रिया लगभग अंतिम चरण में है।कुछ ही दिनों में उपतहसील से समस्त कार्य सुचारू रूप से शुरू भी हो जाएंगे। परन्तु मात्र तीन माह के बाद ही उपतहसील कार्यालय की बिल्डिंग में पहली ही बरसात में भारी रिसाब होने लग पड़ा है। ऐसे में उपतहसील कार्यालय में पहुंच चुका कंप्यूटर सिस्टम व रिकॉर्ड कभी भी खराब हो सकता है। नवंबर 2011 को खुले उक्त सरकारी कानूनगो दफ्तर में इतनी जल्दी रिसाव आना कहीं न कहीं भवन निर्माण समय में बरती गई लापरवाही का नतीजा नजर आ रहा है।ज्ञात रहे कि एक अन्य खाली पड़े तीन बड़े हाल सहित कुल सात कमरों में बने सरकारी भवन में भी राजा का तालाब उपतहसील को खोलने हेतू प्रस्ताव गया था।उक्त पौंग बांध सराय भवन जिसका आज तक प्रयोग नहीं किया गया।स्थानीय लोगों ने उपतहसील के लिए उपयुक्त स्थान माना था। ऐसे में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से इस सराय भवन के रेनोवेशन के लिए 21लाख रुपए का बजट भी बनाया गया था।जिसका प्रस्ताव लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व सरकार के पास भेजा गया था।परंतु सरकार की तरफ से सराय भवन के जीर्णोद्धार बजट पर कोई प्रक्रिया अमल में लाए जाने पर सरकार ने कानूनगो भवन में राजा का उपतहसील को खोल दिया।क्षेत्र के बुद्धिजीवियों का कहना है कि अगर कानूनगो सर्कल राजा का तालाब की इमारत में ही स्थाई तौर पर उपतहसील चलानी है। तो कम से कम इसका जीर्णोद्धार तो सरकार को अवश्य करना चाहिए।या पौंग बांध सराय भवन के रेनोवेशन के लिए भेजे गए बजट पर अंतिम मोहर लगानी चाहिए।उपतहसील राजा का तालाब के नायब तहसीलदार बलदेव राज नेगी ने बताया कि साथ साथ बनी दो सरकारी बिल्डिंग में ज्वाइंट की वजह से कार्यालय में पानी का रिसाव हो रहा है।उपतहसील से संबंधित कुछ रिकॉर्ड आ चुका है। जबकि शेष कुछ दिनों में पहुंच जाएगा।बरसात में अभी और पानी आएगा।सर्दियों में भी पानी का रिसाव होने की संभावना है। ऐसे में इसे ठीक न किया गया।तो दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।