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24 घण्टे में बच्चों समेत 20 लोगों की मौत, छह लापता, बादल फटने से करीब 60 दुकानें, 31 मकान क्षतिग्रस्त

ऑरेंज अलर्ट के बीच शुक्रवार रात से जारी भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश में कहर बरपा दिया। मंडी, चंबा और कांगड़ा जिला में 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि छह लापता हैं। मंडी में एक ही परिवार के आठ लोगों समेत 13, चंबा में तीन, शिमला के ठियोग और कांगड़ा जिला में दो-दो लोगों की मौत हुई है। कांगड़ा में अंग्रेजों के जमाने का बना चक्की खड्ड पर रेलवे का पुल ढह गया है। इसके छह पिल्लर ढह गए हैं। बीते 17 जुलाई से ही इस ट्रैक पर पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक सभी ट्रेनों की आवाजाही बंद है। खराब मौसम के चलते मणिमहेश यात्रा दो दिन के लिए स्थगित कर दी है। भरमौर-हड़सर मार्ग अभी अवरुद्ध है। प्रदेश में शनिवार शाम तक 268 सड़कें, 500 बिजली ट्रांसफार्मर और 140 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। 79 मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। शुक्रवार रात कांगड़ा में सबसे अधिक 346 और धर्मशाला में 64 साल बाद रिकॉर्ड 333 मिलीमीटर बारिश हुई। रविवार और सोमवार को भी मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मंडी के जवालापुर में चलती बाइक पर पत्थर गिरने से दो युवाओं की मौत हो गई है। जिले के नाचन क्षेत्र की पंचायत काशन के गांव झड़ोंन में शुक्रवार रात पहाड़ी के मलबे में मकान के दबने से एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत हो गई है। घटना रात करीब 2:00 बजे की बताई जा रही है। 

मृतकों में काशन पंचायत प्रधान खेम सिंह (35) पुत्र रूप चंद, प्रधान की पत्नी मीरा देवी (34), उनके दो बेटे भास्कर (14), तेजेंद्र (11), प्रधान की भाभी कमला देवी (32) पत्नी झाबे राम, इनकी बेटी रोहिणी (6) और बेटा दिव्यांशु (7) और प्रधान के ससुर डागु राम (55) निवासी काढ़ि खड़ूहल तहसील थुनाग शामिल हैं। प्रधान खेम सिंह के चाचा रमेश को जोर का धमाका सुनाई देने पर घटना का पता चला। रमेश ने ग्रामीणों को सूचित किया और बचाव कार्य रात 3:00 बजे से शनिवार दोपहर 2:00 बजे तक करीब 11 घंटे चला। वहीं, मंडी के ही द्रंग विधानसभा क्षेत्र में बादल फटने से ओल्ड कटौला के संदोआ में सतार अली, उनके दो बेटे छाईया, साजिद, दो बेटियां साजिदा, सुहाना और तौफीक अख्तर पुत्र बरकत अली देर रात बाढ़ में बह गए, जिनमें दो शव बरामद हो गए हैं। एक व्यक्ति हणोगी में लापता है। एनडीआरएफ के 30 जवान और पुलिस दल ने लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू अभियान चलाया है।

बादल फटने से करीब 60 दुकानें, 31 मकान क्षतिग्रस्त

 मंडी के ही सराज के केउली में एक घर के भूस्खलन की चपेट में आने से महिला पुष्पा देवी की मौत हो गई। थुनाग बाजार में बादल फटने से करीब 60 दुकानें, 31 मकान, 26 गोशालाएं, एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया। दर्जनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मंडी में खेल स्पर्धा के लिए नेरचौक में ठहराईं 40 छात्राओं को रेस्क्यू किया गया। अधर, सोलन-सैंज-रोहडू़ मार्ग पर बल्ग के समीप रोहडू़ की ओर जा रही कार पर चट्टानें गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो अन्यों को गंभीर चोटें आई हैं। मृतकों की पहचान उमेश चंद भाटी पुत्र स्व. हर सरन सिंह निवासी गांव शिलारपुर सेक्टर-101 नोएडा, उत्तर प्रदेश और पिंकू पुत्र जगत सिंह निवासी गांव कणोली गाजियाबाद के रूप में हुई है। वहीं चौपाल के चंजाल पुल गांव में मकान गिरने से छह लोग घायल हो गए। चंबा में भूस्खलन से आए मलबे में दबने से घर में सो रहे पति-पत्नी और बेटे की मौत हो गई। चमारू राम (42) पुत्र धर्मो राम, मीना देवी (38) पत्नी चमारू राम और उनके 11 वर्षीय बेटे अजय कुमार के शव मलबे से निकाले गए। 

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश से हुए जान-माल के भारी नुकसान पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों और संबंधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत, बचाव और पुनर्वास कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मृतकों के परिवारों के प्रति दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह नुकसान अपूरणीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेब उत्पादक क्षेत्रों और अस्पतालों की ओर जाने वाली प्रमुख सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए फिसलन वाले स्थानों और नदी तटों से दूर रहने का परामर्श दिया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए अतिरिक्त केंद्रीय दल भेजने का अनुरोध किया जाएगा।

जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में अब तक पिछले 24 घंटों के दौरान 20 मौतें हुई हैं। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को प्रभावी बचाव कार्यों के लिए उचित समन्वय बनाए रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में आवश्यकतानुसार स्कूल बंद करने के संबंध में निर्णय लेने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सिरमौर जिले के सराहां से विभिन्न जिलों के उपायुक्तों के साथ प्रदेश में भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्हें तत्काल राहत और बचाव अभियान सुनिश्चित करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण स्थानों पर पर्याप्त संख्या में बचाव दल और मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए।

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