एक ओर जहां हिमाचल की नई सत्तासीन सुखविंदर सुक्खू की सरकार ने कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन का तोहफा दिया है. तो वहीं, दूसरी ओर डिपुओं में लोगों को मिलने वाले सरसों के तेल के दाम बढ़ा दिए गए हैं. डिपुओं में अब सरसों का तेल 9 रुपए मंहगा मिल रहा है. सुखविंदर सरकार के इस फैसले की सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है. सुखविंदर सरकार ने इससे पहले डीजल पर वैट भी 3 रुपए बढ़ा दिया था। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू कह चुके हैं कि राज्य की माली हालात को देखते हुए सरकार कड़े फैसले लेगी, उन्होंने इसके लिए प्रदेश की जनता को तैयार रहने का आह्वान भी किया था।
पिछले कल दिया ओल्ड पेंशन का तोहफा - हिमाचल सरकार ने 1.36 लाख कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन देने का एलान किया है. कल कैबिनेट में ओल्ड पेंशन लागू करने का ऐलान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया. इस तरह लाखों कर्मचारियों को राहत दी गई है, मगर सरकार अब कड़े फैसले भी ले रही है. इसी तरह का एक कड़ा फैसला डिपुओं में मिलने वाले सरसों के तेल को मंहगा करना है. सरसों का तेल 9 रुपए लीटर बढ़ा दिया गया है, यह बढ़ोतरी एपीएल के साथ-साथ एनएफएसए के तहत आने वाले परिवारों के लिए भी की गई है।
इसी महीने से की बढ़ी हुई कीमतें लागू - खाद्य आपूर्ति निगम की ओर से बढ़ी हुई कीमतें इसी माह से लागू कर दी हैं. यही नहीं पीओएस मशीनों में भी बढ़ी हुई कीमतों को अपडेट किया गया है. इसके बाद अब एपीएल परिवारों को 142 और एनएफएसए को 132 रुपये प्रति लीटर सरसों तेल मिलेगा. जबकि पहले यह एपीएल परिवारों को 133 रुपए और एनएफएसए के कार्डधारकों को 133 रुपए प्रति लीटर मिलता था।
18 लाख परिवारों पर पड़ेगा मंहगाई का अतिरिक्त बोझ- हिमाचल में करीब 18 लाख से अधिक राशन कार्डधारक हैं. इन परिवारों पर मंहगाई का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. हिमाचल में चुनाव से पहले पिछली सरकार ने तेल के दाम कम कर दिए थे, लेकिन अब नई सरकार ने इनके दामों को बढ़ा दिया है।