हिमाचल प्रदेश में एक और भर्ती पेपर लीक होने की आशंका है। हालांकि पेपर अभी होना है, लेकिन इसके लीक होने के अंदेशे के चलते विजिलेंस ने 13 मार्च को कांगड़ा जिले के ज्वाली में 2 युवकों के घरों में छापा मारा। ज्वाली के दरकाटी गांव में सुबह-सुबह स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो (SVACB) धर्मशाला की टीम पहुंच गई थी और रात तक छापामारी चलती रही।
विजिलेंस ने आरोपी बलविंदर कुमार उर्फ सोनू और ज्वाली के सुघाल गांव निवासी नीरज के घरों में दबिश देकर 2 मोबाइल फोन और क्वेश्चन पेपर बरामद किए हैं। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो (SVACB) धर्मशाला के ASP बलबीर सिंह जसवाल ने रेड की पुष्टि की और बताया कि बरामद मोबाइल फ़ोन और अन्य साक्ष्य फोरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं। दोनों आरोपियों को नोटिस जारी किए गए हैं।
18 लाख रुपए में बेचते थे पेपर
ASP बलबीर ने बताया कि दोनों आरोपी परीक्षार्थियों को 18 लाख रुपए में कॉम्पिटिटिव एग्जाम के पेपर बेचते थे। यह खुलासा व्हाट्सऐप चैट और वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ है। आरोपी नीरज किसी अन्य से पेपर पढ़ाने की एवज में 18 लाख रुपए की डिमांड करता है। ज्वाली के दरकाटी गांव का रहने वाला आरोपी बलविंदर कुमार उर्फ सोनू वर्ष 2019 व 2020 में पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में भी नामजद रहा है।
सोनू के घर से क्वेश्चन बुकलेट बरामद
विजिलेंस टीम ने ज्वाली के सुघाल गांव निवासी नीरज के घर से 2 मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया है। सोनू के घर से एक मोबाइल फोन और एक क्वेश्चन बुकलेट सीरियल नंबर 939043289 कोड नंबर C 780/2022/सीरीज ए बरामद किए हैं।
पठानकोट निवासी राज कुमार मुख्य सरगना
विजिलेंस को जांच में आरोपी सोनू ने बताया कि वह पेपर को बेचने के लिए परीक्षार्थियों का प्रबंध करते हैं, जबकि इस मामले का मुख्य सरगना राज कुमार पठानकोट का रहने वाला है। इसके अतिरिक्त इनका एक अन्य साथी विशाल कुमार, जो ज्वालामुखी निवासी है, भी मामले में संलिप्त है।
विजिलेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले पेपरों को लीक करवा कर उन्हें परीक्षार्थियों को बेचकर पैसे के लेनदेन का अंदेशा है। इन आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 420, 120 बी और 511 के तहत मामला दर्ज किया गया है।