राहुल गांधी के खिलाफ ओबीसी समाज को ढाल बनाकर हमला कर रहे भाजपा को खामियाजा भुगतना पड़ा गया है, अब ओबीसी समाज ने जेपी नड्डा के ख़िलाफ़ ही लीगल नोटिस जारी कर दिया है।
लोकतंत्र में वैसे तो वोट की अहमियत हक और विकास का पैमान तय करती है, लेकिन पिछले कुछ बरसों में एक राजनीतिक तराजू तैयार कर लिया गया है, जिसके एक पलड़े में जनता और दूसरे पलड़े में... संप्रदायिकता, नफरत, जाति, धर्म और भाषाओं को हथियार के तौर पर रखा जा रहा है।
राजनीतिक दल वक्त की नज़ाकत ख़ूब समझते हैं... वे इंतज़ार करते हैं, फिर धीरे-धीरे इन हथियारों को पलड़े के दूसरी ओर बैठी जनता के लिए इस्तेमाल करते रहते हैं।
इन बार हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है ओबीसी समाज
केंद्र की मौजूदा सरकार या भारतीय जनता पार्टी का हर नेता.. मंत्री इन दिनों इस शब्द का ख़ूब इस्तेमाल कर रहा है। क्यों?
क्योंकि इन लोगों के मुताब़िक कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ओबीसी समाज का अपमान कर दिया है। क्यों अपमान कर दिया है? क्योंकि उन्होंने नीरव मोदी... ललित मोदी... को चोर कह दिया है।