सिविल अस्पताल जवाली में विशेषज्ञ तो उपलब्ध करवा दिए लेकिन मशीनरी के अभाव में विशेषज्ञों की टीम स्वास्थ्य सुविधा देने में नाकाम है। अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति की गई लेकिन उनके पास मशीनरी न होने मरीजों को चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही है। अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ की भी नियुक्ति हुई है लेकिन एक्स-रे की सुविधा नहीं है ऐसे में मरीजों को निजी अस्पतालों में एक्स-रे करवाने पड़ रहे हैं। इसके अलावा सिविल अस्पताल जवाली में विशेषज्ञों को बैठने की पर्याप्त सुविधा भी नहीं है। विशेषज्ञों को पुराने भवन में बैठाया जा रहा है तथा कमरों पर उनके नाम की प्लेट तक नहीं है, जिससे मरीज विशेषज्ञों को इधर-उधर तलाश करते रहते हैं। अस्पताल में रेडियोग्राफर न होने के कारण एक्स-रे मशीन धूल फांक रही है तो रेडियोलॉजिस्ट न होने से अल्ट्रासाउंड मशीन जंग खा रही है। अस्पताल की टॉयलेट्स में पानी की भी किल्लत है। टॉयलेट्स में पानी न होने के कारण बदबू पड़ी हुई है, जिससे मरीज के साथ आने वाले तीमारदार भी बीमार हो रहे हैं। मरीजों ने कहा कि जिला कांगड़ा के इकलौते मंत्री चंद्र कुमार के गृह क्षेत्र में ही चिकित्सा सुविधा के यह हाल हैं तो अन्य स्वास्थ्य संस्थानों की हालत का अंदाजा खुद ही लगा सकते हैं मरीजों ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्ख, स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल से मांग की है कि सिविल अस्पताल जवाली में पर्याप्त मशीनरी उपलब्ध करवाई जाए। इस बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुशील शर्मा ने कहा कि जब विशेषज्ञ मिल गए हैं तो मशीनरी भी उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही डिमांड अनुसार मशीनरी उपलब्ध करवाई जाएगी।