महाकुंभ में संगम तट पर रात को भगदड़ मचने से 14 से ज्यादा लोगों के मरने की सूचना है। लेकिन घायलों की संख्या बहुत ज्यादा है। हादसे के बाद की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वह विचलित करने करने वाली है। हादसे की तस्वीरों को देखकर मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है। आधी रात को हुए इस घटना के बाद अभी तक प्रशासन ने अभी तक मरनेवालों की वास्तविक संख्या की पुष्टि नहीं की है। इसलिए आशंका और अनुमान का दौर जारी है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के मोर्चरी में लाशों को रखा गया है। और घायलों को कई अस्तपतालों में भर्ती कराया गया। भगदड़ घायल कुछ लोगों का इलाज मेला क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार बात कर चुके हैं। विशेष सतर्कता बरतते हुए अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का फैसला लिया है।
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से पहले संगम क्षेत्र में हादसे के बाद लोगों को संगम क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए बैरिकैडिंग हटा दी गई है। हालांकि, अब भी संगम तट पर लोगों का तांता लगा हुआ है। भगदड़ के बाद भी लोग किसी तरह से संगम तट की तरफ जाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। साधु-संत लोगों से संगम तट न जाने की अपील कर रहे हैं।
महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से CM योगी की अपील
महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से CM योगी ने अपील की है कि श्रद्धालु अफवाहों पर ध्यान न दें, जो जिस घाट पर है वहीं स्नान करे। ‘संयम और सतर्कता बरतते हुए प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करें।