हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) ने 12वीं कक्षा के वार्षिक परिणाम में बड़ी गड़बड़ी स्वीकार की है। अंग्रेजी विषय में विद्यार्थियों को कम अंक मिलने की शिकायतों के बाद बोर्ड ने परिणाम को संशोधित करने का फैसला लिया है। दो दिन बाद यानी 22 मई 2025 को संशोधित परिणाम जारी होगा, जिसमें अधिकतर विद्यार्थियों के अंक बढ़ने की उम्मीद है। यह खबर उन हजारों छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत की साँस लेकर आई है, जो रिजल्ट घोषित होने के बाद से चिंता में थे।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने मंगलवार को धर्मशाला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अंग्रेजी विषय के पेपर में मानवीय भूल के कारण गंभीर त्रुटि हुई। दरअसल, 8 मार्च 2025 को चंबा जिले के चुवाड़ी में 12वीं कक्षा का अंग्रेजी पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया था। इसके बाद दोबारा आयोजित पेपर की उत्तर कुंजी के बजाय गलती से रद्द किए गए पेपर की उत्तर कुंजी स्कैन हो गई। इस वजह से MCQ (ऑब्जेक्टिव) सवालों के 16 अंक रिजल्ट में नहीं जुड़े, जिससे कई विद्यार्थियों के अंक अप्रत्याशित रूप से कम आए।
डॉ. शर्मा ने खेद जताते हुए कहा, “इस गलती से विद्यार्थियों और उनके परिवारों को हुई परेशानी के लिए बोर्ड माफी माँगता है। हम दो दिन में संशोधित रिजल्ट जारी करेंगे, जिसमें अंग्रेजी के अंक ठीक किए जाएँगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पहले से घोषित अंकों में कोई कटौती नहीं होगी, और अधिकतर विद्यार्थियों के अंक बढ़ेंगे। साथ ही, पास प्रतिशत में भी सुधार होगा और अंतिम मेरिट लिस्ट भी जारी की जाएगी, क्योंकि अभी तक केवल अस्थायी मेरिट लिस्ट ही सामने आई है।
दरअसल, 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित होने के बाद से ही शिक्षक संगठनों, निजी स्कूलों, और अभिभावकों ने अंग्रेजी विषय में कम अंकों की शिकायतें शुरू कर दी थीं। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व प्रांत महामंत्री डॉ. मामराज पुंडीर ने हैरानी जताई कि मेरिट में आए छात्रों के भी अंग्रेजी में 90 से ज्यादा अंक नहीं थे। उन्होंने कहा, “जो बच्चा बाकी विषयों में 100 अंक ला रहा है, वह अंग्रेजी में 80 अंक भी नहीं ला पाया। यह असंभव है।” उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, और बोर्ड सचिव से दोबारा जाँच की माँग की थी।
वहीँ संयुक्त कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने मंगलवार को शिमला में प्रेस वार्ता में बताया कि उनकी छानबीन में पता चला कि मेरिट में आए छात्रों के भी अंग्रेजी में अंक 90 से नीचे थे, जबकि उनका कुल परिणाम 96-97% रहा। चौहान ने कहा, “MCQ के 16 अंकों की जाँच के लिए बोर्ड ने कंप्यूटर का सहारा लिया, लेकिन गलत उत्तर कुंजी अपलोड होने से रिजल्ट गड़बड़ हो गया।” उन्होंने माँग की कि संशोधित रिजल्ट में जिन छात्रों के अंक पहले से ज्यादा हैं, उन्हें कम न किया जाए।
गौरतलब है कि बीते 7 मार्च 2025 को 12वीं कक्षा की अंग्रेजी परीक्षा 8 मार्च को होने वाली थी, लेकिन चंबा के चुवाड़ी में गलती से 10वीं के बजाय 12वीं का प्रश्नपत्र खोल दिया गया, जिसके बाद पेपर लीक हो गया। बोर्ड ने तुरंत परीक्षा रद्द कर दी और अंतिम दिन नया पेपर आयोजित किया। लेकिन गलत उत्तर कुंजी की वजह से रिजल्ट में त्रुटि हुई, जिसने पूरे प्रदेश में हंगामा खड़ा कर दिया।