प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला(HPU) के प्रो. बलजीत सिंह विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में शामिल

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प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU), शिमला के रसायन शास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. बलजीत सिंह को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका द्वारा जारी विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों (World’s Top 2% Scientists 2025) की सूची में शामिल किया गया है। यह रैंकिंग पूरी दुनिया के शोधकर्ताओं के योगदान और प्रभाव के मूल्यांकन के बाद जारी की जाती है।  

डॉ. सिंह के पास 25 वर्षों का शोध और शिक्षण का अनुभव है। उन्होंने अब तक 16 पीएच.डी. और 28 एम.फिल. शोधार्थियों का मार्गदर्शन किया है। ऑर्गेनिक, पॉलिमर और मेडिसिनल केमिस्ट्री के क्षेत्र में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने अब तक 200 से अधिक शोध लेख प्रकाशित किए हैं जिन पर लगभग 9000 से ज्यादा सन्दर्भ (citations) दर्ज हैं। उनके शोध कार्य का प्रभाव h-index 45 और i10-index 105 से समझा जा सकता है, जो किसी भी प्रख्यात वैज्ञानिक की उपलब्धि मानी जाती है। 

डॉ. सिंह ने अब तक यूजीसी (UGC), डीएसटी (DST), बीआरएनएस (BRNS) और शिक्षा मंत्रालय (MoE-GOI) द्वारा वित्तपोषित सात शोध परियोजनाएँ सफलतापूर्वक पूरी की हैं। वह विभागाध्यक्ष (Chairman) के रूप में भी दो कार्यकालों तक रसायन शास्त्र विभाग का नेतृत्व कर चुके हैं।  

 स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की यह रैंकिंग क्या है?  

अमेरिका की प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी दुनिया के विभिन्न विषयों के शोधकर्ताओं का विश्लेषण करके हर साल ‘World’s Top 2% Scientists’ सूची जारी करती है। इस सूची का निर्माण Elsevier Publishing और स्टैनफोर्ड के शोधकर्ता प्रोफेसर जॉन इओनिडिस (Prof. John Ioannidis) की टीम द्वारा किया जाता है।  

वैज्ञानिकों का चयन विभिन्न मापदंडों के आधार पर होता है –  

- कुल प्रकाशित शोध पत्रों की संख्या  

- शोध कार्य पर मिले संदर्भ (citations)  

- h-index और i10-index (जो यह दर्शाता है कि लेखक का रिसर्च कितनी बार और कितने प्रभावशाली रूप से उद्धृत हुआ)  

- शोध की गुणवत्ता और वैश्विक स्तर पर उसका प्रभाव  

- करियर-लॉन्ग (आजीवन योगदान) और एक वर्ष (yearly impact) दोनों आधारों पर मूल्यांकन  

इसमें दुनिया भर के लाखों वैज्ञानिकों में से केवल 2% शीर्ष वैज्ञानिकों को स्थान दिया जाता है। इस सूची में नाम आना किसी भी शोधकर्ता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान की बात और बड़ी उपलब्धि माना जाता है।  

 डॉ बलजीत सिंह की उपलब्धि  

इस वैश्विक सूची में नाम आना न सिर्फ डॉ. बलजीत सिंह के लिए, बल्कि समूचे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और प्रदेश के लिए भी गौरव की बात है। उनके शोध कार्य ने पॉलिमर विज्ञान और औषधि वितरण (drug delivery) जैसी आधुनिक और समाजोपयोगी शाखाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 

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