शिमला विश्वविद्यालय परिसर शनिवार को उस समय तनावग्रस्त हो गया, जब एमएलए हरीश जनारथा के खिलाफ छात्रों ने जोरदार “Go Back” के नारे लगाए। छात्रों के विरोध और नारेबाजी के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्विक रिस्पांस टीम (QRT) को मौके पर बुला लिया था। इसी कार्रवाई के दौरान एक छात्र की आंख में चोट आ गई, जबकि कई अन्य छात्रों को घुटनों और हाथों में चोटें आईं।
पूरा विरोध जनारथा के उस बयान को लेकर था, जिसमें उन्होंने विधानसभा में SCA चुनाव से निकले छात्र नेताओं का मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि “आज SCA चुनावों से निकले लोग चने बेच रहे हैं।” इस बयान के विरोध में ही छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में MLA का घेराव किया।
मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस और QRT ने MLA जनारथा को सुरक्षा घेरे में बाहर निकाला। छात्रों ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बल प्रयोग भी किया गया, जिससे कई छात्रों को चोटें आईं। घटना के बाद छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया तथा स्थिति अब नियंत्रण में है।
छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए MLA से सार्वजनिक माफी की मांग की है।