पंजाब में झाड़ू का जादू चला तो पड़ोसी राज्य हिमाचल के पहाड़ों की वर्फ़ भी ढलने लगी है अब ये पंजाब की गर्मी का असर है या फिर झाड़ू के फिरने की हबा पर जो भी कहें काँग्रेस और भाजपा की बखियाँ जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी ने पंजाब में उधेड़ी हैं उस प्रकार से अब आम आदमी पार्टी पहाड़ का रुख करने जा रही है। आम आदमी पार्टी की पंजाब में जीत के बाद हिमाचल में दो दिन के अंदर दस हजार से ऊपर मेम्बरशिप करवाई गई है और जिस प्रकार से कांग्रेस और भाजपा से नजरअंदाज किये लोग "आप" का दामन थाम रहे हैं उस हिसाब से ऐसा लग रहा है अब केजरीबाल का झाड़ू हिमाचल में भी चलेगा। खैर खबर के टाइटल पर आते हैं फिलवक्त फतेहपुर में पिछले दिनों उपचुनाव हुए जिसमें काँग्रेस जीती और भाजपा दूसरे स्थान पर रही वहीं डॉ राजन सुशांत तीसरे स्थान पर रहे हालांकि उपचुनावों में डॉ राजन ने जबरदस्त वापीसी करते हुए 13 हजार से अधिक वोट लिए।इस बार डॉ राजन सुशांत के बेटे धैर्य सुशांत जोकि इन चुनावों में जबरदस्त फैक्टर भी रहे और लोगों की पसन्द भी माने गए लगातार पकड़ बनाये हुए और हर मुद्दे पर जबरदस्त समझ रखते हुए फतेहपुर में खास चेहरा बने हुए पिता राजन सुशांत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। उपचुनाव में भाजपा के हारने के बाद खबरे उड़ी कि अगर फतेहपुर के कांग्रेस या भवानी पठानिया को कोई हरा सकता है तो वो सुशांत परिवार है क्योंकि डॉ राजन भाजपा में रहते हुए सीट निकालते थे उसके बाद आजतक भाजपा नही जीती।
पीपल के पेड़ के नीचे बैठे सनकी ताऊ से बात हुई जो अक्सर फतेहपुर की राजनीति से उभ सा गया है तो ताऊ ने झल्लल्लाते हुए कहा कि "आबो पुत्रे की दियो टिकट जे जीतना है तां" मतलब सुशांत के बेटे धैर्य सुशांत को भाजपा टिकट दे अगर जीतना है तो।
ताऊ की बातें सही भी थी पर पुत्र बाप की इज्जत करता है और बाप के खिलाफ नही जाएगा।
खैर अब आते हैं आम आदमी पार्टी पर क्योंकि टाइटल के हिसाब से आना जरूरी है बात धैर्य सुशांत की है और सूत्रों के अनुसार खबर पक्की है कि आम आदमी पार्टी धैर्य सुशांत को फतेहपुर से अपना चेहरा बनाने की तैयारी कर रही है और लगातार दिल्ली की आलाकमान धैर्य सुशांत से सम्पर्क में हैं क्योंकि फतेहपुर में कांग्रेस और भाजपा की फुट जगजाहिर है भाजपा की कलह खत्म नही होगी और कांग्रेस से चेतन चंबियाल भी अब काँग्रेसी दहलीज पार करके आम आदमी पार्टी का दामन थाम चुके हैं। धैर्य सुशांत के बारे में आपको बता दें कि जब अन्ना आंदोलन चला था तो उस समय धैर्य सुशांत भी केजरीबाल के साथ धरने पर होते थे और लगातार इक्कठे काम भी किया है। आपको ये भी बता दें कि धैर्य सुशांत के केजरीबाल समेत मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ अच्छे संबन्ध हैं और अब आम आदमी पार्टी जब पहाड़ चढ़ने की तैयारी में है तो कहीं न कहीं आम आदमी पार्टी अब अपनी रणनीति तैयार करेगी और एक अच्छा प्रदर्शन करने की भी उम्मीद की जा रही है।
फतेहपुर की बात करें तो एक बात ये भी तय है कि लोहे को लोहा काटेगा और भवानी पठानिया आज के समय में लोहा बन चुके हैं तो दूसरी ओर युवा चेहरा धैर्य सुशांत है जिनकी युवाओ के बीच भी काफी पकड़ है और फिर चाहे भाजपा टिकट दे या आम आदमी पार्टी मुकाबला मजबूत होगा।
खबर के हिसाब से आपको ये भी बता दें कि धैर्य सुशांत "AAP" का चेहरा बन सकते हैं और आपको ये भी बता दें कि सूत्र पुख्ता हैं न कि ऐसे सूत्र जो अखबारों के माध्यम वाले हमेशा होते हैं।