हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जोगिंदर नगर की त्रैबली पंचायत के चौक गलू से कड़कुही-जहल-चघेड़-बनगोटा सड़क का निर्माणा कार्य बीते एक माह से रुका पड़ा है. आलम यह है कि अब ग्रामीण विभाग और ठेकेदार की कार्यप्रणाली से निराश हैं. दरअसल, नाबार्ड के अंतर्गत यह सड़क 4 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से बन रही है. हिमाचल प्रदेश कैबिनेट में शामिल मंत्री महेंद्र सिंह के दामाद भंडारी को यह ठेका मिला है. लेकिन, पीडब्ल्यूडी विभाग में उनके पुराने कामों की पैमेंट नहीं हुई है और इस वजह से अब उन्होंने सड़क का काम रोक दिया है।
दानकारी के अनुसार, इस सड़क का काम चौक गलू से होते हुए कड़कुही जहल से मोल्थरी के नीचे अप्पर बनगोटा में चल रहा था. यहां तक लगभग 4 किलोमीटर सड़क बन चुकी थी. बाद में जब ठेकेदार ने स्थानीय लोगों की जमीन पर मलबा गिराया तो निर्माणा को लेकर स्टे लिया गया था. हालांकि, गांव के लोगों के समझाने के बाद शिकायतकर्ता ने कोर्ट में एफिडेविट दिया था कि अगर सड़क बनाते समय 10 या 15% मलबा गिरता है और बाद में ठेकेदारा मलबे को उठा लेता तो सड़क निर्माण नहीं रोका जाएगा।
पेशी में कोर्ट ने भी पीडब्ल्यूडी विभाग को सड़क का काम शुरू करने के आदेश दे दिए थे. पीडब्ल्यूडी विभाग और ठेकेदार को टिप्पर से मलबा उठाने को कहा था. लेकिन अब ठेकेदार संजीव भंडारी ने काम रोक दिया है, जबकि पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि ठेकेदार को सड़क का काम शुरू करने के लिए पत्र भेज दिया है. ठेकेदार संजीव भंडारी का कहना है कि जब पीडब्ल्यूडी विभाग मेरी सारी पेमेंट नहीं देता, तब तक सड़क नहीं बनेगी. इससे पहले, स्थानीय निवासी राकेश राणा ने भी सड़क के काम को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन मै भी कंप्लेंट की थे।