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बेटे और बहू की प्रताड़ना से तंग आकर मदद के लिए उपायुक्त कार्यालय पहुंची बुजुर्ग महिला, हमीरपुर का है मामला

बुढ़ापा उम्र का ऐसा पड़ाव होता है, जब अपनों के साथ की सबसे ज्यादा जरूरत होती हैं। लेकिन इस पड़ाव में वही साथ छोड़ जाते हैं, जिन्हें बड़े लाड प्यार से पाला जाता है और उम्मीद की जाती है कि वह बुढ़ापे में उनका सहारा बनेंगे। ऐसा ही मामला जिला हमीरपुर में सामने आया है जहाँ बुजुर्ग महिला अपने दो बेटों और बहूओं की प्रताड़ना से पीड़ित होकर अब दर-दर भटकने को मजबूर है। पीड़ित बुजूर्ग महिला ने शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय हमीरपुर में मदद की गुहार लगाई।

बुजूर्ग सावित्री देवी का कहना है कि इनका एक बेटा होमगार्ड जवान है और दूसरा बेटा दिहाड़ी मजदूरी करता है। दोनों बेटों की दुत्कार से तंग यह बुजूर्ग दर बदर ठोकरें खाने को मजबूर है। सावित्री देवी का कहना है कि दोनों बेटों में से एक बेटा भी पानी के लिए नहीं पूछता है। वह लोगों से मांग कर खाना खाने को मजबूर है। वह चाहती है कि प्रशासन और विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर कार्रवाई करें।

बुजूर्ग महिला का बताया कि इससे पहले भी एक और वह कार्यालय में शिकायत करने पहुंची थी और तब पुलिस थाना को कागज भेज दिए थे। मजबूर होकर एक बार फिर डीसी ऑफिस आना पड़ा है। बेटा शिकायत के बाद थाना में हाजिर नहीं हुआ था और जोर जबरदस्ती करके उसे बेटी के घर में छोड़ दिया। महिला का कहना है कि सुबह से वह भूखी यहां पर भटक रही हैं।

डीसी ऑफिस को जब महिला के बारे सूचना मिली तो इन्हें कार्यालय में बुलाया गया। मदद की गुहार लेकर जब बुजुर्ग महिला डीसी के चैंबर में पहुंची तो उपायुक्त देवश्चेता बनिक ने समस्या समझने से पहले रेडक्रास के माध्यम से एक वॉकिंग स्टीक महिला को दी। इसके बाद बड़ी गंभीरता से उन्होंने महिला की समस्या को सुना और कमाडेंट होमगार्ड से इस विषय पर बात की।

बुजुर्ग महिला को इसके बाद होमगार्ड कमाडेंट कार्यालय में ले जाया गया। होमगार्ड दसवीं वाहिनी हमीरपुर के कमाडेंट मेजर सुशील कौंडल ने कहा कि बुजुर्ग महिला के बड़े बेटे और बहू को कार्यालय बुला लिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले में नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। यह बेहद की दुखद है बुजुर्गों की इस तरह से अनदेखी की जा रही है।

इस सारे मामले में हैरत की बात यह है कि एक दिन पहले यह महिला घर से निकली थी और हमीरपुर में किसी रिश्तेदार के यहां रूकी थी, लेकिन महिला के बेटों के एक दिन बीत जाने के बाद भी मां की कोई खोज खबर नहीं ली।

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