यूँ तो ये राजनीति बहुत पेचीदा किस्म की बीमारी है परन्तु यदि उपचार करने वाला डॉ ठीक हो तो इस बीमारी का ऑपरेशन करके इसकी उलझने जड़ से खत्म भी कर सकता है और इसी कड़ी में फतेहपुर वाले डॉ ने अपना आखिरी टिका लगाते हुए राजनीतिक हालातों को अपने पक्ष में करने की मिसाइल दाग दी है।
पिछले कल खबर आई कि अब डॉ राजन सुशांत बीमारी के चलते तथा समर्थकों के कहने पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और डॉ राजन सुशांत की ओर से धैर्य सुशांत को हरी झंडी मिल गई है इस पर धैर्य सुशांत के चाहने वालों में खुशी की लहर है तथा शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ है। सोशल मीडिया पर धैर्य सुशांत खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं वही फतेहपुर में एक नई उम्मीद देखने को मिल रही है कि धैर्य सुशांत भविष्य में विधायक हो सकते हैं वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि धैर्य सुशांत भाजपा की ओर से चुनाव लड़ सकते हैं क्योंकि धैर्य सुशांत का यू एकदम से चुनाव लड़ना यह तय माना जा रहा है कि भाजपा हाईकमान की ओर से कहीं ना कहीं इशारा हुआ है हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि धैर्य सुशांत भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ेंगे या अपनी एचपी एचपी पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ेंगे लेकिन यह जरूर है कि यदि धैर्य सुशांत चुनाव लड़ते हैं तो कड़ी टक्कर भाजपा और कांग्रेस के लिए साबित हो सकते हैं वहीं जब धैर्य सुशांत से बात हुई तो उन्होंने कहा कि पिताजी के स्वास्थ्य कारणों के चलते तथा जनता की मांग के चलते डॉ राजन सुशांत ने उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए आज्ञा दी है अब देखना यह होगा कि डॉ राजन सुशांत की छोड़ी ये मिसाइल कहाँ जाकर लगती है परंतु यह भी तय है कि डॉ राजन ने जब जब राजनीतिक पैंतरा अपनाया है वह कहीं ना कहीं सटीक बैठा है और इस बार भी कुछ ना कुछ देखने को मिल सकता है।
उधर इस खबर से भाजपा में भी खलबली सी मची है क्योंकि कई नेताओं का करियर दांव पर लग जाएगा कुछ भी कहें डॉ ने फिर टिका लगाकर फतेहपुर के भाजपाई डैमेज कर दिए हैं।