हिंदूवादी संगठन बजरंग दल (Bajrang Dal) ने एक बार फिर से अंतरधार्मिक (Inter Religious Marriage) शादी को रोकने की कोशिश की. ये नया मामला कर्नाटक (Karnataka) के चिकमगलूर से सामने आया है, जहां पिछले 14 सितंबर को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक अंतरधार्मिक कपल को शादी करने से रोक दिया था. आरोप है कि संगठन के कार्यकर्ताओं ने कपल को धमकाया भी. हालांकि, इन कोशिशों के बाद भी 16 सितंबर को शादी रजिस्टर हो गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी को रोकने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कथित ‘लव-जिहाद’ का हवाला दिया. इसे लेकर युवक-युवती ने गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि वे दोनों प्रेम में हैं, इसलिए शादी कर रहे हैं और उनमें से कोई भी धर्म परिवर्तन नहीं करने वाला है. लड़के का नाम है जफर और लड़की का नाम है चैत्रा।
रिपोर्ट के मुताबिक जफर एक ड्राइवर हैं और साथ ही अपने पिता के लकड़ी के बिजनेस में मदद करते हैं. वहीं चैत्रा दलित समुदाय से आती हैं और उन्होंने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनकी जाति को लेकर उन्हें निशाना बनाया है।
'वो (बजरंग दल) कौन होते हैं हमें ये बताने वाले कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं? हम शादी करना चाहते हैं और साथ रहना चाहते हैं. वो कौन होते हैं सवाल उठाने वाले और हमें ये बताने वाले कि हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
इस मामले में जफर की शिकायत के बाद चिकमगलूर में बसवनाहल्ली पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कर चार व्यक्तियों- शमा, गुरु, प्रसाद और पार्थिभान- को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, बाद में चारों को जमानत दे दी गई.