Times Of Himachal ब्यूरो:
चुनावी रण शुरू हो चुका है सभी प्रत्याशी मैदान में उत्तर चुके है इसी बीच चर्चा जसवां प्रागपुर के राजनीतिक गलियारों की है। आज सभी प्रत्याशियों को चुनाव निशान मिल गए हैं।
जसवा प्रागपुर में हाल ही में कुछ समय से कुछ लोग समाजसेवा करने में जुटे हुए थे पहले तो चुनाव लड़ने को मना करते रहे परंतु जैसे ही चुनाव की घोषणा हुई तो उतर गए चुनावी रण में लेकिन तथाकथित समाजसेवीयों की लड़ाई ना महगाई से है ना बेरोजगारी से है और ना ही पेट्रोल डीजल गैस के बढ़ते दामों को लेकर है उनकी लड़ाई मात्र एक व्यक्ति विशेष की ओर केंद्रित दिख रही है दूसरी तरफ बात करें प्रमुख पार्टी की तो वो विपक्ष में होते हुए निरंतर जनविरोधी नीतियों की आवाज उठाती आई है अब राजनीतिक रोटियां सेंकने के चक्कर में समाजसेवी भी OPS के समर्थन करने की बात कर रहे है जो पहले आवाज़ नही उठा सकें वह भी वोट बैंक के लिए घोषणाओं पर उतर आए हैं।
मतदाताओं के मन में अब यह प्रश्न भी उठ गया है कि आजाद चुनाव तो लड़ना है पर महगाई पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर नही बोलना है क्या ?
महिलाओं को सैनेटरी पेड देकर उसका भी प्रचार करना कही ना कही अपने आप में लोगो के मन में सवाल उठा गया कि क्या निजता का भी राजनीति के लिय उपयोग किया जा रहा है ?
यदि इलाके का सर्वे किया जाए तो मुकावला दोनों पार्टियों के बीच ही होता हुआ नजर आ रहा है परंतु राजनीतिक समीकरण कब किस करवट बैठेगा आने वाला समय ही बताएगा।