इशपाक खान (Times Of Himachal)
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती। इन पंक्तियों को सार्थक किया है उपमंडल सलूणी के सुंडला डाकघर के तहत आते गांव ऐरूवां की काजल ठाकुर ने जोकि अब ऐम्स देओगढ़ झारखंड में अपनी सेवाएं देंगी।वे यहां पर नर्सिंग अधिकारी के पद पर अपनी सेवाएं देंगी। पांच बार कमीशन क्लियर करने के बाद भी इन्हें अपनी मंजिल नहीं मिल पाई थी और इनका फाइनल सिलेक्शन नहीं हो रहा था लेकिन फिर भी काजल मैं हिम्मत नहीं हारी और अपने छठे प्रयास में इन्हे अपनी मंजिल मिल गई और इनका चयन नर्सिंग अधिकारी के रूप में एम्स देओगढ़ झारखंड में हो गया। काजल के पिता गुमान सिंह ठाकुर एक शिक्षक है और इनकी माता जमना देवी हाउस वाइफ है। काजल ने अपनी दसवीं तक की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सलूणी से प्राप्त की है। वहीं इनकी बीएससी नर्सिंग कामाक्षी नर्सिंग कॉलेज नूरपुर से हुई है। इसके बाद इन्होंने तीन साल तक नौकरी की और साथ ही साथ अपनी शिक्षा को भी जारी रखा। बेटी की सफलता से माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है और वे अपनी बेटी पर गर्व महसूस कर रहे हैं। वही काजल ने अपनी सफलता का श्रेय पिता गुमान सिंह ठाकुर, माता जमना देवी और अपने गुरुजनों को दिया है।