प्रदेश की सबसे बड़ी यातायात सेवा एचआरटीसी के कर्मचारियों को अभी तक वेतन नही मिला है जिसके चलते उनको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है सरकार के पास वेतन देने के लिए पैसे नही है चलते अपने कर्मचारियों की पगार रोक रखी है।
हिमाचल सरकार कर्ज लेकर काम चला रही है ऐसे मे समय पर कर्ज न मिलने से कर्मचारी वेतन को तरस रहे है। बीते दिनो सरकार ने एचआरटीसी को प्रधानमंत्री की रैलीयों में भीड़ ढोने का जिम्मा दिया था परिवहन विभाग के ड्राईवर कंडक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर ऐसी ऐसी सड़को पर बसे ले गए जहां लाईट वाहन का जाना भी मुमकिन नही था। इस पर करोड़ो खर्च किया गया लेकिन अब सरकार के पास ड्राईवर कंडक्टर के लिए तनख्वाह देने के लिए ही पैसे नही बचे है जिसके चलते कर्मी तंगहाली का सामना कर रहे है।नाम न छापने की शर्त पर ड्राईवर कंडक्टर ने बताया कि पहले उनको समय पर वेतन मिलता था लेकिन इस बार अभी तक नही मिला है। जबकि उनकी सेवाएं जारी है।
गौरतलब हो हिमाचल पथ परिवहन निगम के पास करीब तीन हजार बसे है जो दूर दराज के रूटो पर चल रही है। हिमाचल पथ परिवहन हर बार घाटे मे रहता है उसके बावजूद भी सरकार नेताओं की रैलीयों के लिए भीड़ ढोने मे इसका इस्तेमाल करती है जिस पर करोड़ो खर्च होता है जबकि वेतन देने के लिए कर्ज लिया जाता है।