हिमाचल प्रदेश में अगला सीएम चेहरे के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम लगभग तय हो चुका है। कांग्रेस में वह प्रतिभा सिंह के मुकाबले में आगे हो गए हैं। उधर,CID ने उन्हें सीएम प्रोटोकॉल में ले लिया है। वहीं, कांग्रेस के विधायक भी विधानसभा पहुंचने लगे हैं। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी हाईकमान सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, राजेंद्र राणा में से किसी एक को मुख्यमंत्री बना सकती है। लेकिन मीडिया के हवाले से मिल रही सूचनाओं में सुखविंदर सिंह सुक्खू पर सहमति बन सकती है। प्रतिभा सिंह की जगह उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। हाईकमान को कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने विवाद खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री के साथ एक उप-मुख्यमंत्री बनाने की भी सलाह दी है। अगर हाईकमान इसपर सहमति दे देता है तो प्रतिभा सिंह की जगह किसी दूसरे को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, जबकि विक्रमादित्य सिंह को उप-मुख्यमंत्री या गृहमंत्री की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
चुनाव पर्यवेक्षक व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला अभी राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल में हर विधायक से अकेले-अकेले मुलाकात कर रहे हैं। दोपहर बाद 4 बजे विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक के बाद प्रदेश के नए मुख्यमंत्री का एलान होने की बड़ी संभावना है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजीव शुक्ला को विधायक दल की बैठक के बाद सीएम के नाम का एलान करने को कहा है।
बता दें कि वीरवार को हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणाम आए। कांग्रेस के 40 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की, जबकि भाजपा 25 पर सिमट गई। कांग्रेस की जीत के साथ ही पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद शुरू हो गया। दिनभर शिमला स्थित पार्टी मुख्यालय पर हंगामा होता रहा। बड़ी संख्या में प्रतिभा सिंह के समर्थक नारेबाजी करते रहे। वहीं, प्रचार समिति के प्रमुख रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थक भी उनके पक्ष में नारेबाजी करते रहे। हालांकि, सुक्खू खुद को मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर बता रहे हैं।