हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में जूनियर अस्सिटेंट आफिसर (जेओए) (आइटी) पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित आयोग की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद व उसके बेटे निखिल आजाद के खातों में आई लाखों रुपये की जांच के बाद एक के बाद एक तथ्य सामने आने लगे हैं। विजिलेंस थाना हमीरपुर में ड्राइंग मास्टर का पेपर लीक होने का भी मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच में पता चला है कि बिलासपुर जिले की रहने वाली सुनीता देवी ने ड्राइंग मास्टर का पेपर एक लाख रुपये में खरीदा था। ड्राइंग मास्टर का पेपर भी उमा आजाद व उसके बेटे ने बेचा है सुनीता देवी के माता-पिता हमीरपुर के वार्ड-7 में रहते हैं और वहीं उमा आजाद व उसके बेटे निखिल आजाद के साथ मुलाकात के बाद इस पेपर के लिए डील की गई थी।
आयोग में लाखों रुपये का सेव करके पेपर लीक होते रहे हैं। इसके सुबूत एसआइटी व विजिलेंस टीम को मिले हैं। आयोग से पेपर लीक होने का अब तीसरा मामला दर्ज हो चुका है। ड्राईंग मास्टर पेपर लीक मामले की जाँच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजिलेंस चंबा अभिमन्यू वर्मा करेंगे। विजिलेंस थाना हमीरपुर की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेणु शर्मा ने बताया कि पेपर लीक करने की एवज में लाखों रुपये आरोपितों के बैंक खातों में डाले गए हैं। अब सुनीता देवी को भी विजिलेंस पूछताछ के लिए बुलाएगी।