आए दिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की खबरें सामने आ रही हैं। पिछले दिनों एक छात्र को गलत डिग्री आवंटन करने का मामला सामने आया था तो वहीं अब हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। अबकी बार एक छात्रा को जो कि गवर्नमेंट कॉलेज चंबा से संबंध रखती थी उसे परीक्षा नियंत्रक के बिना हस्ताक्षर तथा दिनांक वाली सर्टिफिकेट भेज दी हालांकि इसके बाद कॉलेज ने ये गलती पकड़ी तथा छात्रा को ग्रेजुएशन का सर्टिफिकेट यह कहकर वापस कर दी कि तुम खुद जाकर विश्वविद्यालय में मोहर लगवा लो।
इसके बाद छात्रा के अभिभावक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय आए तब जाकर मुहर लगवाई गई लेकिन कहीं ना कहीं ये सवालिया निशान खड़े करता है कि किस प्रकार से कार्यप्रणाली हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अपना रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले भी मीडिया में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई एक डिग्री काफ़ी सुर्खियों में रही थी जिसमें डिग्री पर एक छात्र को दो दो विषय बताए गए थे। लेकिन अब एक और ग्रेजुएशन के सर्टिफिकेट का मामला सामने आया है। अब देखना यह है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इस पर क्या रुख अपनाता है लेकिन कहीं ना कहीं प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली सवालों के कटघरे में खड़ी हो रही है।