हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में छात्र गुटों के बीच झड़प की चर्चाएं तो आती थी लेकिन अब वीरवार को दो शिक्षक आपस में भिड़ गए। मामला हिंदी विभाग का बताया जा रहा है जिसमें डीन के समक्ष पीएचडी के प्री सबमिशन को लेकर उसी विभाग के दो शिक्षकों के बीच पहले कहासुनी हुई फिर बात हाथापाई तक पहुंची। यह मामला पुलिस चौकी तक पहुंच गया है। विभाग में पीएचडी की प्री सबमिशन को लेकर डीन ने शिक्षकों की बैठक बुलाई थी। इसी बीच दोपहर में दोनों शिक्षकों के बीच कहासुनी हो गई। यहां मौजूद शिक्षकों ने दोनों को शांत करने की कोशिश की लेकिन दोनों एक दूसरे से धक्का-मुक्की करने लगे और बाद में हाथापाई हो गई। विभाग के अन्य शिक्षकों ने बीच बचाव कर किसी तरह से मामला शांत करवाने का प्रयास किया। इसके बाद मामले को लेकर शिक्षकों की गुटबाजी भी देखने को मिली। मौखिक रूप से दोनों पक्षों ने प्रशासन के समक्ष मामला पहुंचाया। वरिष्ठ शिक्षकों ने इस मामले में किसी तरह से दोनों पक्षों को शांत और उनके बीच समझौता करवाने का प्रयास किया। लेकिन बताया जा रहा है कि एक पक्ष ने समरहिल चौकी में शिकायत दे दी है।
वहीं विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर एसपी बंसल ने मारपीट मामले की जांच के लिए अधिष्ठाता अध्ययन प्रो. बीके शिवराम की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. श्याम लाल कौशल, अधिष्ठाता योजना प्रो. जोगिंद्र धीमान और अधिष्ठाता विधि प्रो. संजय सिंधु सदस्य हैं। कमेटी को जल्द पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।