दिल्ली बॉर्डर्स पर आज तनाव भरे इस माहौल के बीच खनौरी में एक युवा किसान की गोली लगने से मौत होने की ख़बर आई है। किसान संगठनों के साथ - साथ पंजाब सरकार ने इस युवक की मौत की पुष्टि की है। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने किसान आंदोलन में किसी भी किसान के मारे जाने की ख़बर को अफ़वाह करार दिया गया है.
खनौरी बॉर्डर पर मौजूद जसवीर सिंह शुभ के क़रीबी रिश्तेदार हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि शुभकरण सिंह, किसानों और पुलिस के बीच हो रहे गतिरोध की जगह से क़रीब 500 गज पहले खेतों में खड़ा था। उन्होने कहा, "तभी अचानक शुभ को गोली लगी और वो गिर गया." इसके बाद शुभ को स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया. बाद में उन्हें पटियाला के रजिंदरा अस्पताल में रेफ़र कर दिया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
बीबीसी पंजाबी संवाददाता गगनदीप सिंह को मिली जानकारी के मुताबिक़, शुभकरण सिंह बठिंडा ज़िले के बालोन गांव के रहने वाले थे। वह अपने परिवार में कमाने वाले अकेले शख़्स थे. और अपने चाचा बलजीत सिंह के साथ खेती-किसानी करते थे। उनके परिवार के पास मात्र दो एकड़ ज़मीन थी. लेकिन वे लीज़ पर 15 एकड़ ज़मीन लेकर खेती कर रहे थे।अपने भतीजे के बारे में बताते हुए बलजीत सिंह ने बीबीसी न्यूज़ को बताया, “शुभ करण की माँ 15 साल पहले ही गुज़र गयी थीं. उनके पिता ज़हनी रूप से ठीक नहीं हैं. वह अपने पीछे दो बहनों और एक दादी को छोड़ गया है.”