हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय छात्रों पर आर्थिक बोझ डालने वाला है। एचपीयू फीस समेत अलग-अलग तरह के शुल्क बढ़ाने और रियायती दरों पर दी जा रही परिवहन सुविधा को महंगा करने की तैयारी में है।
09 जनवरी 2025 को हुई वाईस चांसलर की अध्यक्षता में एक बैठक में ये फैंसला लिया गया है तथा कमेटी गठित की गई है जिसमें अन्य फीस बढ़ाने के साथ HPU शिमला ने नोएडा स्थित अपने डिस्टेंस लर्निंग सेंटर को किराए पर देने की कवायत की शुरू कर दी है तथा उसे किराए पर चढाकर धन अर्जित करने का फॉर्मूला अपनाया है। वहीं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला ने अपने परिवहन सेवाओं को आउटसोर्स करने का फैंसला भी लिया है और कमेटी गठित की है। साथ ही साथ परिवहन सेवाओं में किराया बढ़ाने पर भी फॉर्मूला तैयार किया है। हालांकि इस पर छात्र संगठन अभी चुप्पी साधे हुए हैं।
Times of Himachal का इस पर यही मानना है कि ये बिल्कुल उसी तरह है जैसे "अपने घर की भैंस बेचकर दूध बाहर से खरीदना"।