हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा जिला इन दिनों नशे के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई की गवाही दे रहा है। जिले के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस ने चिट्टे के साथ चार नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। डमटाल के तौकी बैरियर से लेकर पालमपुर और जवाली के ढसोली तक फैले इस नेटवर्क ने स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया है। पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नशे के सौदागरों में हड़कंप मच गया है। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।
कांगड़ा पुलिस ने डमटाल के तौकी बैरियर पर नाकाबंदी के दौरान एक बड़ी सफलता हासिल की। एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस टीम ने बाइक सवार एक युवक को रोका, जिसकी तलाशी में 74.83 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। आरोपी की पहचान आंचल के रूप में हुई, जो तहसील इंदौरा का निवासी है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस शख्स पर पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और आगे की जांच शुरू कर दी है। यह इलाका पंजाब की सीमा से सटा होने के कारण नशे की तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है। पालमपुर में भी पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज किया। थाना प्रभारी भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि गुरुवार देर रात गश्त के दौरान छिड़ चौक पर दो युवक बाइक से गुजर रहे थे। पुलिस को देखते ही दोनों घबरा गए, जिससे शक पैदा हुआ। पूछताछ में संतोषजनक जवाब न मिलने पर तलाशी ली गई, जिसमें 15.84 ग्राम चिट्टा मिला। पकड़े गए युवकों की पहचान विशाल कामद (25) निवासी बिंद्रावन और राहुल सैम्बुल (30) निवासी वार्ड-3 पालमपुर के रूप में हुई। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की गई।जवाली के ढसोली पंचायत में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक घर पर छापा मारा। इस दौरान रजत कुमार नाम के युवक के घर से 7.45 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद स्थानीय ग्रामीणों में गुस्सा भड़क उठा है। लोगों ने आरोपी के खिलाफ सामाजिक बहिष्कार की योजना बनानी शुरू कर दी है। यह घटना इलाके में नशे की गहराती पैठ को दिखाती है, जिसने न सिर्फ पुलिस बल्कि समुदाय को भी हरकत में ला दिया है।कांगड़ा जिले में नशे के खिलाफ पुलिस की यह कार्रवाई कोई पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ महीनों से पुलिस ने नशा तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू किया है। डमटाल, पालमपुर और जवाली जैसे इलाकों में चिट्टे की खेप पकड़े जाने से यह साफ हो गया है कि नशे का यह जाल जिले के कोने-कोने तक फैल चुका है। एसपी नूरपुर अशोक रत्न और अन्य अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंजाब से सटी सीमा और आसान पहुंच के चलते कांगड़ा नशा तस्करों का पसंदीदा ठिकाना बन गया है।