इन बसों ने सबसे पहले हिमाचल प्रदेश के प्रवेशद्वार परवाणू में दस्तक दी, जिसके बाद ये शिमला की ओर रवाना हो गईं। मार्ग में बसों का सनवारा टोल प्लाजा (कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5) के पास कुछ समय के लिए ठहराव भी हुआ। दोपहर बाद यह सभी बसें शिमला स्थित एचआरटीसी मुख्यालय पहुंचीं, जहां इनका निरीक्षण किया गया और आगामी दिनों में इन्हें विभिन्न डिपो में आवंटित किया जाएगा।
एचआरटीसी कंट्रोल रूम शिमला के चीफ इंस्पेक्टर हेमंत शर्मा ने जानकारी दी कि ये बसें अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं। प्रत्येक बस में 39 आरामदायक सीटें, फायर सेंसर, और फ्लोर पर एलईडी लाइट्स लगी हैं। फायर सेंसर किसी भी आग या धुएं की स्थिति में तुरंत अलर्ट देगा, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। इन बसों के शामिल होने से हिमाचल में लंबी दूरी और अंतरराज्यीय यात्रा पहले से कहीं अधिक सुरक्षित, आरामदायक और हाईटेक हो जाएगी।