जिला शिमला के उपमंडल कुमारसैन के तहत बागवानों द्वारा वन भूमि पर लगाए गए सेब इत्यादि के पौधों पर शीघ्र कुल्हाड़ी चलेगी। बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश पर वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण मामलों में हाईकोर्ट को वन विभाग को कड़े आदेश दिए हैं। कुमारसैन के सरहान गांव में वन भूमि पर अवैध तरीके से लगाए गए सैंकड़ों सेब के पौधों को काटने की कार्रवाई सोमवार को भी जारी रही। हालांकि इससे पहले भी इस गांव में कुछ दिन पूर्व 330 पौधें सेब के कटवाएं गए थे। इस समस्या को लेकर बागवान काफी चिंतित व मायूस नजर आ रहे हैं।
बागवानों की मानें तो उनका कहना हैं कि एक ओर सेब के बगीचे अल्टरनेरिया जैसी बिमारी से ग्रस्त होने लगे हैं, वहीं दूसरी ओर वन भूमि पर लगाए गए बागवानों के सेब के पौधों पर कुल्हाड़ी चलऩे लगी है। उधर, बागवानों का कहना है कि अतिक्रमण को लेकर सेब के पौधों पर ही कुल्हाड़ी क्यों जबकि शहरी क्षेत्रों तथा शहरी निकाय तथा प्रदेश में अन्य कोई ग्रामीण क्षेत्र भी अतिक्रमण की चपेट में हैं इन पर भी कानूनी कार्यवाही हो। यहां तक कि शहरी निकाय क्षेत्रों में अवैध रूप से 5 व 6-6 मंजिले सरकारी व गैर सरकारी भवनों खड़ी की गई हैं।
उधर, उपमंडल कुमारसैन में अतिक्रमण को लेकर तहसीलदार कुमारसैन ने बताया कि कोर्ट के आदेश के मुताबिक कुमारसैन के सरहान गांव में वन भूमि पर लगाए गए अवैध रूप से सेब के पौधे काटे जा रहे हैं। सोमवार को इस गांव में अवैध रूप से लगाएं गए सेब के पौधों को हटाने के लिए टीम पहुंच चुकी हैं।
उधर, डीएफओ कोटगढ़ अरविंद कुमार ने बताया कि वन भूमि पर अवैध रूप से लगाएं गए सेब के पौधों को लेकर आरओ कुमारसैन व आरओ कोटगढ़ से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी गई हैं। रिपोर्ट आते हुए वन भूमि पर लगाए गए सेब के पौधों को काटने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।