हिमाचल प्रदेश में मानसून एक बार फिर कहर बरपाने को तैयार है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में आगामी तीन दिनों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार से शुरू होकर 14 सितम्बर तक ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, चंबा, मंडी, सोलन और कुल्लू जिलों में लोगों को खास सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं 15 से 17 सितंबर तक भी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है, मगर इन दिनों के लिए कोई चेतावनी नहीं दी गई है।
इस मानसून सीजन में अब तक हिमाचल प्रदेश में 380 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 लोग अभी भी लापता हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्यभर में 1,280 मकान पूरी तरह और 5,469 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 480 दुकानें और 5,762 गौशालाएं भी नष्ट हो चुकी हैं। साथ ही, इस आपदा में 1,983 पशुओं और 26,000 से ज्यादा पोल्ट्री पक्षियों की मौत की पुष्टि हुई है।
प्रदेश में इस दौरान 137 भूस्खलन, 97 फ्लैश फ्लड और 45 बादल फटने की घटनाएं भी रिकॉर्ड की गई हैं। बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का आंकलन करें तो अब तक कुल करीब ₹4,314 करोड़ की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान सामने आया है। 3 नैशनल हाईवे और 577 संपर्क मार्ग अब भी अवरुद्ध हैं, जबकि सैकड़ों ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं।
मौसम विभाग की मानें तो सितंबर के पहले 11 दिनों में राज्य में औसत से 31 फीसदी कम बारिश हुई है, जिससे कुछ राहत जरूर रही, लेकिन आगामी भारी बारिश को लेकर प्रशासन और जनता को अलर्ट रहने की आवश्यकता है।