हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला चुराह के भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ एक नाबालिग युवती द्वारा गंभीर आरोप लगने के बाद मामला शुरू हुआ है। पीड़िता ने शनिवार, 2025 में महिला थाना चंबा में शिकायत दर्ज करवाई जिसमें विधायक पर पॉक्सो एक्ट के तहत यौन शोषण,वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने, धमकाने जैसे आरोप शामिल हैं। युवती की शिकायत पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की और जांच शुरू की।
मामले की शुरुआत तब हुई जब युवती ने विधायक के खिलाफ शारीरिक शोषण का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस ने विधायक के निजी सचिव और एक अन्य करीबी सहयोगी के खिलाफ अपहरण, धमकाने, बयान बदलने के लिए दबाव बनाने के आरोप में भी FIR दर्ज की। आरोप है कि विधायक के सहयोगियों ने नाबालिग युवती और उसके पिता को किडनैप किया और बयान बदलवाने के लिए दबाव डाला।
पुलिस ने विधायक के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद जांच तेज कर दी है। विधायक हंसराज गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत लेने की कोशिश में हैं। पुलिस ने शनिवार को विधायक के घर छापा मारा लेकिन वह वहां नहीं मिले, मोबाइल बंद था और पुलिस उनका टावर लोकेशन भी खोज रही है। वहीं, पीड़िता को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया और उनका बयान वीडियो में दर्ज किया गया।
यह मामला स्थानीय राजनीति में भी सेंसरशिप और विवाद का विषय बन गया है। विधायक ने खुद पर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी मामले पर नजर रखे हुए हैं और जांच की निगरानी कर रहे हैं। राज्य महिला आयोग ने भी इस मामले पर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।
इस प्रकार मामला शुरू हुआ एक नाबालिग लड़की द्वारा विधायक पर गंभीर यौन शोषण और धमकाने के आरोप, FIR दर्ज, विधायक के सहयोगियों पर अपहरण और धमकी के आरोप, विधायक की गिरफ्तारी की कोशिशें और पुलिस की सक्रिय जांच तथा अदालत के आदेश शामिल हैं। पूरी प्रक्रिया में मामला संगीनता और राजनीतिक प्रभाव की वजह से सुर्खियों में बना हुआ है।
कहाँ से शुरू हुआ मामला
चुराह के भाजपा विधायक डॉ. हंसराज के खिलाफ केस की हिस्ट्री कुछ इस प्रकार है:
- अगस्त 2024 में एक नाबालिग मुस्लिम युवती ने विधायक हंसराज पर अश्लील चैट करने, आपत्तिजनक तस्वीरें मांगने और धमकाने के आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उस समय महिला थाना चंबा में मामला दर्ज हुआ, लेकिन बाद में युवती ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर आरोप वापस लेने की बात कही।
- युवती ने अगस्त 2024 में ही लाइव आकर आरोपों को नकार दिया और कहा कि मैं आरोप वापिस लेती हूं क्योंकि मेरा मानसिक स्वास्थ्य खराब है। हालांकि उस लाइव में लड़की अपने पिता के साथ साफ साफ वो सब कुछ पढ़कर कहती हुई नजर आ रही है।
- इसके बाद, नवंबर 2025 में युवती ने फिर से फेसबुक लाइव करके विधायक के करीबियों पर धमकी देने, मानसिक प्रताड़ना और परिवार को नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए।
- Nov 2025 :- जिसके बाद विधायक हंसराज ने युवती के रहनसहन आदि के बारे में बोला कि लड़की कैसे बद्दी में रहकर महंगा फोन तथा फैशन कर सकती है तथा राजनीतिक षड्यंत्र करार देते हुए जांच की मांग उठाई।
- नवम्बर 2025 :- बाद में विधायक ने बद्दी वाले बयान पर माफी भी मांगी क्योंकि विरोध ये हुआ कि क्या बद्दी में रहने वाले लोग अपने शौक पूरे नहीं कर सकते।
- विधायक की माफी वाली उस वीडियो के बाद पीड़िता के पिता की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस सामने आई जिसमें पीड़िता के पिता ने भी तमाम आरोप विधायक पर जड़े।
- इसी बीच जनवादी महिला समिति संगठन तथा लोगों के विरोध के बाद महिला आयोग ने जिला चम्बा पुलिस से सम्पर्क साधा तथा रिपोर्ट मांगी।
- इन सबके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई, जिसमें विधायक तथा विधायक के निजी सचिव और एक अन्य सहयोगी के खिलाफ अपहरण, धमकाने और जबरन बयान बदलवाने के आरोप थे।
- पुलिस ने नवंबर 2025 में विधायक हंसराज के खिलाफ पॉक्सो एक्ट तथा भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की। साथ ही, उनके निजी सचिव और एक अन्य के खिलाफ भी अपहरण और धमकी के आधार पर मामला दर्ज हुआ।
- विधायक हंसराज को पुलिस गिरफ्तारी के लिए ढूंढ़ रही है लेकिन विधायक गायब है तथा फोन बन्द आ रहा है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि विधायक अग्रिम जमानत करवाने की कोशिश कर रहा है।
आरोप है कि विधायक ने युवती के साथ गेस्ट हाउस बुलाकर बार बार शोषण किया गया जब वह नाबालिग थी, उसके बाद वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। विधायक के सहयोगियों ने परिवार को धमकाकर और किडनैप कर बयान बदलवाने की कोशिश की।विधायक इस पूरे मामले में खुद को निर्दोष बताते हुए आरोपों को राजनीति प्रेरित बताया है। मामले की जांच जारी है, पुलिस ने पीड़िता के बयान कोर्ट में दर्ज कर लिए हैं और मेडिकल जांच भी कराई जाएगी।राज्य महिला आयोग ने मामले की संज्ञान लेकर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।
