अनिल शर्मा (रेहन)
वजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी में सोमवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब परीक्षा के दौरान कॉलेज के एक कमरे में सांप घुस आया। उसी दौरान परिसर में वजीर राम सिंह पठानिया की जयंती पर विशेष कार्यक्रम भी आयोजित हो रहा था।
जैसे ही विद्यार्थियों ने सांप को देखा, वहां भगदड़ का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही इतिहास विभाग के प्रोफेसर मौके पर पहुंचे और बिना किसी डर के अपनी जान जोखिम में डालते हुए सांप को पकड़ लिया। उन्होंने साहस का परिचय देते हुए उसे कॉलेज परिसर से दूर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया।
यह चौथी बार है जब उक्त प्रोफेसर ने कॉलेज में इस तरह की स्थिति में स्वयं सांप को रेस्क्यू किया है। कॉलेज के छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों में उनकी बहादुरी और सेवा भाव की खूब सराहना की जा रही है।
बताया जा रहा है कि प्रोफेसर न केवल आपात स्थितियों में मदद करते हैं, बल्कि जब भी किसी विद्यार्थी को आर्थिक या शैक्षणिक परेशानी आती है – जैसे फीस न भर पाना, किताबों की कमी होना या बीमारी के समय सहयोग की जरूरत पड़ना – तब भी वे निःस्वार्थ भाव से सहायता करते हैं। उनकी यह संवेदनशीलता और निष्ठा उन्हें विद्यार्थियों के बीच अत्यंत लोकप्रिय बनाती है।
कॉलेज स्टाफ और स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि सरकार ऐसे समर्पित और साहसी शिक्षकों को सम्मानित करे, जो न केवल ज्ञान का दीप जलाते हैं, बल्कि संकट की घड़ी में मानवता और साहस की मिसाल भी पेश करते हैं।
