यूँ तो कहते हैं कि शोर से ज्यादा खामोशी घाव देती है और खामोशी जब कृपाल परमार जैसी हो तो कुछ बड़ा भी कर सकती है वो कृपाल परमार जो पूर्व राज्यसभा सांसद तथा वर्तमान में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।
जब से फतेहपुर उपचुनाव में कृपाल परमार की टिकट कटी है तब से कृपाल परमार खामोश चले थे अगर चुनाव प्रचार में उन्होंने बलदेव ठाकुर का समर्थन नही किया तो विरोध भी नही किया तथा खामोश रहे।
पिछले दिनों उन्होंने संगठन मंत्री पवन राणा की पोस्ट को शेयर करते हुए उन्हें इशारो ही इशारो में बहुत कुछ कह दिया तो अब की जो पोस्ट है उसमें सीधा भाजपा को सदमा दे दिया है पोस्ट में लिखा है कि
"अध्यक्ष जी,
नमस्कार,
मैं कृपाल परमार प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश अपने पद से त्यागपत्र भेज रहा हूं कृपया आप ही सरकार करें त्यागपत्र देने के कारणों का विवरण मैं अलग पत्र द्वारा भेज रहा हूं धन्यवाद
आपका
कृपाल परमार
श्री सुरेश कश्यप जी माननीय अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी
हिमाचल प्रदेश"
ये पोस्ट जैसे ही सोशल मीडिया में डाली गई वैसे कृपाल खेमे में उदासी छा गयी और साथ ही ये पोस्ट धड़ाधड़ शेयर होने लगी।
आपको बता दें कि कई लोग ये तक कह रहे हैं कि कृपाल को अप्रत्यक्ष रूप से मानसिक टॉर्चर किया जा रहा था और अब परमार घुटन महसूस कर रहे थे जिस कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है आपको ये भी बता दें कि पिछले फतेहपुर के नेता तथा कृपाल के करीबी सतीश शर्मा ने भी राजनीति से सन्यास लिया था लेकिन अब कृपाल परमार का खुला इस्तीफा बहुत कुछ बयान कर रहा है कि स्थिति गम्भीर है हालाकिं अभी कारणों का खुलासा नही हो पाया है कि आखिर क्यों ये इस्तीफा दिया गया परन्तु जो भी कहें हिमाचल की राजनीति गरमाने वाली है खासकर फतेहपुर कृपाल परमार के समर्थक भारी रोष में हैं।