हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सर्वण आयोग के गठन के बाद इसे कानूनी मान्यता देने को लेकर बवाल हुआ है. शिमला में सवर्ण आयोग के समर्थक सचिवालय घेरने के लिए पहुंचे हैं, लेकिन इससे पहले ही शोघी में सहित कई इलाकों में हालात बिगड़ रहे हैं. शिमला के ओल्ड बस स्टेंड के पास क्रासिंग से छोटा शिमला और ओल्ड बस स्टेंड जाने वाले मार्ग को पुलिस ने बंद कर दिया है. न्यू बस स्टैंड की ओर से वाहनों को संजौली, छोटा शिमला और अपर शिमला की ओर भेजा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, देवभूमि क्षत्रिय संगठन के आंदोलन से राजधानी में तनाव की स्थिति बनी हुई है. शहर छावनी में तब्दील हुआ है. तारादेवी के पास पुलिस पर पथराव किया गया है. प्रदर्शनकारियों के पथराव से कई पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि घायल जवानों में एएसपी भी शामिल हैं. घायलों को शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में ले जाया गया है।
शिमला में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने शहरभर में एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए हैं. शिमला के न्यू बस स्टैंड के पास क्रॉसिंग पर मुख्य सड़क पर पुलिस नाका बंदी कर दी है और बेरिकैड्स लगा दिए हैं. डीसी शिमला ने हिमाचल प्रदेश सचिवालय, छोटा शिमला, हिमाचल हाईकोर्ट, राजभवन, सीएम आवास ओक ओवर, एमएलए आवास के 50 मीटर के दायरे, टूटीकंडी पार्किंग के 500 मीटर, एजी चौक से बालूगंज, ढली बाजार से नवबहार संजौली, 103 टनल से विक्ट्री टनल के आसपास धारा-144 लागू की गई है।शिमला के बॉर्डर शोघी में भी भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. यहां पर गाड़ियों की चैकिंग की जा रही है. इस कारण जाम भी लग रहा है. सिरमौर से आ रही गाड़ियो को खास तौर पर रोका जा रहा है. क्योंकि यहां से बड़ी संख्या में समर्थकों के पहुंचने का अंदेशा है. इससे पहले, देर रात को नाहन में पुलिसकर्मियों से झड़प सवर्ण आयोग समर्थकों की झड़प हुई है. इसमें पांच पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. ये समर्थक शिमला आ रहे थे. लेकिन पुलिस ने इन्हें रोका था।