Times Of Himachal ब्यूरो
मृत व्यक्ति का नाम मनरेगा में डालकर उसका परिवार काम कर सकता है ? 1100 पर मिले जबाब से तो यही प्रतीत हो रहा है मामला ग्राम पंचायत प्रागपुर का है। जहां पर एक शिकायतकर्ता ने मीडिया से बात करते यह बात कही।
शिकायत कर्ता का कहना है कि उन्होंने 1100 के माध्यम से मनरेगा में मृत व्यक्ति की लगी हाजिरी के सम्बंध शिकायत दर्ज करवाई थी जिसका शिकायत क्रमाक 703461 शिकायत दर्ज करवाई कि मनरेगा में अलग अलग कामो में मृतक की जगह उसके बेटे ने काम किया लगभग 30 दिन तक जबकी मस्ट्रोल में मृतक पिता का नाम चला हुआ था। शिकायतकर्ता का कहना है कि जब व्यक्ति मृतक है तो उसकी जगह उसका बेटा हो कोई और हो नियमानुसार तो मृतक की जगह कोई काम कर ही नही सकता है ।।परंतु जब पंचायत सचिव प्रागपुर के पास 1100 से शिकायत गयी तो पँचायत सचिव ने जबाब दिया जो अपने आप मे भ्रष्टाचार को दवाने की कोशिस हो रही है "1100 पर शिकायतकर्ता को दिया गया जबाब " की इस संदर्भ में स्पस्ट किया जाता है कि सतपाल ओर अश्वनी एक ही परिवार से संबद्ध रखते है इनका जॉब कार्ड नम्बर 121 है निर्माण वाटर टैंक प्रीतो देवी में अश्वनी कुमार ने ही काम किया था और राशि उसके खाते में ही गई है अश्वनी सतपाल का सपुत्र है "
शिकायत कर्ता का कहना है कि जब व्यक्ति जिंदा ही नही था तो उसका नाम मस्ट्रोल मे क्यो भरा गया अगर गलतीवश भरा गया तो उपस्थिति कैसे लगा दी ? शिकायत कर्ता का कहना है कि ये सरासर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है शिकायतकर्ता का कहना है को उनकी असहमति के आधार पर शिकायत आगे खण्ड विकास अधिकारी को कर दी गई है । शिकायतकर्ता का सरकार से यही प्रश्न है कि जब व्यक्ति जीवित ही नही था तो उसके बेटा मृत पिता की जगह कैसे काम कर सकता है ?
शिकायत कर्ता ने मामले की उच्च अधिकारियों से जांच करवाने की मांग की है ।। शिकायतकर्ता ने कहा कि उक्त मामले के सम्बंदित उनके पास सारे प्रमाण है ।।
क्या कहा BDO परागपुर कंवर सिंह ने
उपरोक्त मामले की जांच शुरू कर दी गई है और मामले की जांच के लिए कमेटी भी बना दी गई है ।।