पिछले कई सालों से भाजपा फतेहपुर की मिट्टी में अपनी मिट्टीपलित करवा रही है लेकिन नैया पार नही हो रही है। डॉ राजन सुशांत के बाद मानो भाजपा को ग्रहण सा लग गया हो। भाजपा फतेहपुर को फतेह करने के चक्कर में न जाने क्या क्या दांव खेलती है, कभी बलदेव चौधरी की इज्जत का फालूदा करती है तो कभी बलदेव ठाकुर की मिट्टीपलित करती है।
अब विचारा भाजपा का कार्यकर्ता अखिर करे तो करे क्या क्योंकि फतेह करने के चक्कर में 2017 विधानसभा चुनावों में कृपाल परमार को सियासत का छिगुफ़ा दिखाकर मैदान में उतारा पर हाय री परमार की किस्मत उधर पिछले चुनावों में हारे बलदेव ठाकुर ने आजाद हुंकार भरकर कृपाल की सियासत का जनाजा उठवा दिया फिर 2021 में उपचुनाव हुए और कृपाल परमार जोकि पिछले चुनावो में हारे थे उन्हें टिकट न देकर बलदेव ठाकुर पर फिर दांव खेला गया लेकिन कांग्रेसी भवानी पठानिया ने सभी को पठकनी देते हुए विधानसभा पहुंच गए।
फतेहपुर भाजपा के सामने इस समय बहुत बड़ी चुनोती है कि आखिर 2022 विधानसभा चुनावों में किसके गले मे घंटी बांधी जाए लेकिन फतेहपुर की सियासत ने नया मोड़ ले लिया है क्योंकि विश्वसनीय सूत्रों के हबाले से पता चला है कि अब भाजपा किसी नए चेहरे पर दांव खेल सकती है और राजा का तलाब के बड़े व्यापारी पर दांव खेला जा सकता है क्योंकि आलाकमान का ये मानना है कि अब भवानी पठानिया को नया चेहरा ही टक्कर दे सकता है।आपको बता दें कि जिस व्यापारी पर दांव खेलने की बात सामने आई है उस व्यापारी की संपत्ति करोड़ो में है और भवानी को टक्कर दे सकते हैं ।
खैर जो भी कहें पर अब चर्चाओं का दौर शुरू होते ही सियासी माहिरों के कान जरूर खटखटा रहे हैं कि आखिर कौन होगा नया चेहरा खैर जल्द Times Of Himachal उस व्यापारी के साथ रूबरू होगा और उनके नाम का खुलासा करेगा।