कांग्रेस पार्टी के महासचिव और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश में पूर्ण बहुमत से सरकार बनने का दावा किया है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि ईवीएम की गड़बड़ी की आशंका है। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद है, लेकिन फिर भी अलर्ट रहना होगा। उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी बहुमत के आसपास भी पहुंचती है, फिर भी कांग्रेस पार्टी के विधायकों को भाजपा खरीद फरोख्त और ईडी सीबीआई का डर दिखाकर अपने पाले में करने का प्रयास कर सकती है। क्योंकि स्थायी सरकारों को गिराने का भाजपा की केंद्र सरकार कोशिश करती है । इसलिए कांग्रेस पार्टी ने हाई कमान से शीघ्र पर्यवेक्षक हिमाचल प्रदेश भेजने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मणिपुर और गोआ में भी इस तरह की घटना हुई हैं। उन्होंने कहा कि ओपीएस को सरकार बनते ही बहाल किया जाएगा। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जनता में भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा था, हर वर्ग भाजपा सरकार से दुखी था । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना गलत है कि कांग्रेस की सरकार बनी तो केंद्र से सहयोग नहीं मिलेगा, यह संवैधानिक मर्यादाओं से विपरीत है। वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बनाने का फैसला चुने हुए विधायक और पार्टी हाई कमान का होता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपती हैं, वह उसके लिए तैयार हैं। विक्रमादित्य सिंह ने श्रद्धा हत्याकांड को लेकर कहा कि दिल्ली में हुई मर्डर की घटना दुखदायी है। उन्होंने कहा कि दोषी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।