भारत में पहली बार लिथियम (Lithium Deposits) का विशाल भंडार मिला है. यह विशाल भंडार जम्मू-कश्मीर (Lithium in Jammu and Kashmir) के रियासी जिले में मिला है. अगर मात्रा की बात करें तो भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने लिथियम के 59 लाख टन होने की बात कही है. इसके साथ ही भारत लिथियम के भंडारण में दुनिया का तीसरा बड़ा देश हो गया है. लिथियम के इतने बड़े भंडार मिलने के बाद तमाम बातें चर्चाओं में आ गई है. चर्चा यह भी की जा रही है कि विशाल भंडार मिलने के बाद अब आगे क्या होगा।
आगे की बात जानने से पहले यह भी जान लें कि लिथियम को सफेद सोना भी कहा जाता है. साथ ही इस खबर से जहां एक तरफ भारत की तकदीर खुल गई है, वहीं पड़ोसी देश चीन की नींद उड़ गई है. चीन की नींद उड़ने का कारण भी है. क्योंकि लिथियम एक अलौह धातु (Non Ferrous Metal) है. यह इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बैटरी में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख घटकों में से एक होता है।
जम्मू-कश्मीर के खनन सचिव अमित शर्मा ने बताया है कि GSI द्वारा किए गए जी-3 (एडवांस) अध्ययन में पता चला है कि माता वैष्णो देवी तीर्थ की तलहटी में बसे सलाल गांव (रियासी जिले) में मौजूद लिथियम भंडार उच्च गुणवत्ता का है. बता दें कि भारत लिथियम के लिए अभी तक दूसरे देशों पर निर्भर है, लेकिन माना जा रहा है कि अब लिथियम मार्केट में बड़ा उलटफेर हो सकता है।
लिथियम एक ऐसा मेटल है, जिसका इस्तेमाल मोबाइल, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहनों समेत कई कई अलग-अलग चीजों के लिए चार्जेबल बैटरी बनाने के लिए किया जाता है. भारत को लिथियम के भंडार मिलने से इसलिए फायदा होगा क्योंकि भारत 96 प्रतिशत लिथियम दूसरे देशों से आयात करता है।भारत को इतने बड़े मात्रा में लिथियम के आयात के लिए काफी मात्रा में विदेशी मुद्रा खर्च करना पड़ता है. इस विशाल भंडार से भारत ना केवल अपने इस बड़े खर्च को बचा सकता है, बल्कि अपनी जरूरतों को भी पूरा कर सकता है. साथ ही भारत दूसरे देशों में यह निर्यात कर सकता है. अभी तक भारत लिथियम का आयात चीन और हांगकांग से करता आ रहा है।
लिथियम के लिए चीन पर भारत की निर्भरता की बात करें तो यह 80 प्रतिशत है. लेकिन अब भारत में लिथियम के विशाल भंडार मिलने के बाद चीन पर लिथियम के लिए भारत की निर्भरता खत्म हो जाएगी. भारत में मिला ‘सफेद सोने का भंडार’ चीन की कुल भंडारण के चार गुणा अधिक है. इससे माना जा रहा है कि लिथियम मार्केट में अब चीन का एकक्षत्र राज खतरे में आ जाएगा।