एसडीपीओ ठियोग सिद्धार्थ शर्मा और कोटखाई एवं ठियोग के एसएचओ की अगुआई में विशेष सेल इस केस की पड़ताल कर रहा है। पुलिस ने मामले की गहन जांच के बाद शाही महात्मा गैंग के अन्य सदस्यों की पहचान की और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की। यह ड्रग रैकेट पिछले 3-4 वर्षों से रोहडू और चिड़गांव क्षेत्र में सक्रिय था, जिसमें ड्रग मनी का आंकड़ा करीब 7-8 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका था। पुलिस द्वारा किए गए वित्तीय जांच और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर गैंग के 16 सदस्यों की पहचान की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में रोहड़ू निवासी यशवंत सिंह (53 वर्ष), प्रदीप चौहान (25 वर्ष), ललित ठाकुर (29 वर्ष), बृज मोहन (35 वर्ष), प्रशांत राठौर (30 वर्ष), साहिल ठाकुर (29 वर्ष), हितेश ठाकुर (27 वर्ष), हर्ष धंता (29 वर्ष), सार्थक सूद (27 वर्ष), कुणाल शद्रू (27 वर्ष), जतिन ठाकुर (27 वर्ष) और जुब्बल निवासी श्रेयर मेहता (27 वर्ष), चिड़गांव निवासी अमन नेगी (24 वर्ष), रवेेश (32 वर्ष), विजेन्द्र रावत (35 वर्ष) और मोहित ठाकुर (25 वर्ष) शामिल हैं।
जांच में सामने आया है कि शाही महात्मा गैंग न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि अन्य राज्यों में भी ड्रग्स का कारोबार चला रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ व्यापक जांच की और उसे नेस्तनाबूद कर दिया। पुलिस के मुताबिक शाही महात्मा गैंग के प्रमुख की भी गिरफ्तारी हो चुकी है, जिससे यह अंतरराज्यीय ड्रग रैकेट पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। अब तक इस गिरोह के 62 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जो ड्रग्स के अवैध कारोबार में शामिल थे। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से न केवल राज्य में ड्रग तस्करी के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया गया है, बल्कि यह संदेश भी दिया गया है कि नशे के कारोबार से किसी भी हालत में समझौता नहीं किया जाएगा।
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा है कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और इस तरह के संगठित अपराधों पर सख्ती से काबू पाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने जनता से भी अपील की है कि वे ड्रग्स से संबंधित किसी भी प्रकार की सूचना पुलिस को दें, ताकि इस तरह के अपराधों को और प्रभावी तरीके से रोका जा सके।
बता दें कि इस गिरोह का खुलासा तब हुआ था जब कोटखाई में जिला पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने सूचना के आधार पर टैक्सी से रोहडू़ की ओर जा रहे जम्मू कश्मीर निवासी मुद्दसीर अहमद को तलाशी के लिए रोका। इस दौरान पुलिस ने तलाशी के दौरान आरोपी से 468 ग्राम चिट्टा बरामद किया। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि शाही महात्मा के इशारे पर ही नशे की यह खेप रोहड़ू ले जाई जा रही थी। इसके बाद दोनों एजेंसियों ने शाही महात्मा उर्फ शशि नेगी को गिरफ्तार किया। इसके बाद लगातार इस गिरोह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है।